गुरुवार की सुबह कोल अफसरों के घर काम करने वाले कर्मचारी पहुंचे। मकान का ताला टूटा हुआ था। कर्मचारियों ने घटना की सूचना अफसरों के पड़ोसियों को दी। अफसरों को अवगत कराया गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। डॉग स्कवायड को भी बुलाया गया। पुलिस को जानकारी मिली है कि मैनेजर निधि तिवारी और डिप्टी मैनेजर धीरज कुमार परिवार के साथ गृहगांव गए हैं।
यूके बैंक के सहायक मैनेजर जॉनसन केरकेट्टा भी विभागीय मीटिंग में शामिल होने बाहर गए हैं। सूचना पर गेवरा परियोजना में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत एसके नोडकर पुलिस थाने पहुंचे थे। नोडकर ने पुलिस को बताया है कि ऊर्जानगर के बी- वन 88 में उनका आवास है। चोरों ने बुधवार की रात आवास में धावा बोलकर एक मंगलसूत्र और 20 से 25 हजार रुपए नकदी सहित अन्य जेवरात की चोरी की है। पुलिस केस दर्जकर मामले की जांच कर रही है।
आक्रोशित यात्रियों ने रेलवे स्टेशन में किया हंगामा, मचा हड़कंप… मैनेजर निधि तिवारी ऊर्जानगर के आवास सी- 141 में अकेली रहती हैं। चोरों ने उनके मकान को भी निशाना बनाया है। हालांकि मकान से लेपटॉप सहित अन्य इलेक्ट्रोनिक्स के सामान की चोरी नहीं हुई है।
डिप्टी मैनेजर धीरज कुमार भी गेवरा के ऊर्जानगर कॉलोनी के आवास सी75 में परिवार के साथ रहते हैं। त्योहार मनाने गए हैं। चोरों तक पहुंचने के लिए पुलिस ने डॉग स्कवायड को भी मौके पर बुलाया। चोरों मकान में डॉग स्कवॉयड को ले जाया गया। थोड़ी दूर चलने के बाद डॉग स्कवॉयड रास्ता भटक गया। हालांकि डॉग ने कुछ सुराग पुलिस को दिए हैं। इसके आधार पर आगे की जांच चल रही है।
खुश खबर : अब पानी के लिए वार्डवासियों को नहीं झेलनी पड़ेगी किल्लत, 24 घंटे मिलेगा पानी, पढि़ए पूरी खबर… फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट भी पहुंचे गेवरा
जांच के लिए गुरुवार की शाम फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट भी गेवरा पहुंचे। हालांकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि अभी तक की जांच में पुलिस को कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं मिला है।
एक ही गिरोह पर संदेह
पुलिस को चोरों चोरियों मेें एक ही गिरोह पर संदेह है। पुलिस को आशंका है कि गिरोह में कम से कम तीन से चार चोर शामिल होंगे। एक चोरी को अंजाम देने मेें चोरों ने लगभग एक घंटे का वक्त लगाया होगा।
रात में नहीं होती पुलिस की गश्त
बताया जाता है कि दीपका में पुलिस की टीम रात में गश्त नहीं करती है। एसईसीएल की कॉलोनियों में सुरक्षा के लिए निजी एजेंसी के सिक्यूरिटी गार्ड भी नहीं है। आवासीय कॉलोनी की सुरक्षा में खामी है। इसके कारण घटनाएं हो रही है।