इसमें भाजयुमो जिलाध्यक्ष व महामंत्री की नियुक्ति सहित घोषित नवीन कार्यकारिणी को स्थगित कर दी गई है। वहीं दूसरी ओर भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने जिला कार्यकारिणी को अवैध करार दिया है।
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गौरतलब है कि 13 अप्रैल को भाजपा जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल व भाजयुमो महामंत्री शारदा गुप्ता के हस्ताक्षर से भाजयुमो कार्यकारिणी गठित की गई थी। उसके बाद सोशल मीडिया
(Social Media) में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। नवनियुक्त भाजयुमो जिलाध्यक्ष अंचल राजवाड़े ने सोशल मीडिया में दो दिन पहले वीडियो पोस्ट किया था।
इसमें उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया में जिला कार्यकारिणी की सूची जारी हुई है। जिसेे प्रदेश संगठन महामंत्री, भाजयुमो प्रदेशाध्यक्ष से अनुशंसा नहीं कराया गया है और मुझे कोई जानकारी नहीं दी गई है। ऐसे में कार्यकारिणी की सूची अवैध व अमान्य है।
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लॉकडाउन खत्म होने के बाद रायशुमारी की बातनवनियुक्त भाजयुमो जिलाध्यक्ष (BJYM district president) ने कहा था कि लॉकडाउन
(Lockdown) खत्म होने के बाद जिले के वरिष्ठ पदाधिकारियों से रायशुमारी कर संगठन महामंत्री व प्रदेशाध्यक्ष से अनुशंसा कराकर कार्यकारिणी की नई सूची जारी की जाएगी।
मामले मेें तीन दिन तक खींचतान व आरोप-प्रत्यारोप के बीच भाजयुमो जिलाध्यक्ष-महामंत्री व नवीन कार्यकारिणी को स्थगित कर दिया गया है।