गौरतलब है कि कोरिया जिले के चिरमिरी हल्दीबाड़ी निवासी 5 वर्षीय मासूम की रायपुर में जांच के दौरान स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले थे। 13 अगस्त से उसका इलाज बालगोपाल चिल्ड्रेंस हॉस्पिटल में चल रहा है। स्वाइन फ्लू का मामला सामने आते ही चिरमिरी क्षेत्र में हड़कंप मच गया था।
इधर स्वास्थ्य संचालनालय ने कोरिया सीएमएचओ को पत्र लिखकर चिरमिरी क्षेत्र में स्वाइन फ्लू की जांच कर एक रिपोर्ट प्रेषित करने कहा था। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैंप लगाकर जांच चल ही रही है कि इधर बैकुंठपुर से लगे चरचा कॉलरी निवासी एक एसईसीएल कर्मी की शुक्रवार को बिलासपुर के अपोलो अस्पताल में स्वाइन फ्लू से मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि चरचा कालरी के वीटीसी कालोनी में क्वार्टर नंबर-343 निवासी जमालुद्दीन 57 वर्ष एसईसीएल के सीएचपी माइंस में मैकेनिकल फिटर के पद पर कार्यरत था। वह एक सप्ताह से सर्दी-खांसी से पीडि़त था। हालत लगातार बिगडऩे पर परिजनों ने उसे स्थानीय एसईसीएल अस्पताल चरचा में 5 अगस्त को भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों के इलाज के बाद भी हालत सुधर नहीं रही थी।
स्थिति बिगड़ता देख डॉक्टरों द्वारा उसे आनन-फानन में 7 अगस्त को एसईसीएल बिलासपुर अपोलो अस्पताल रिफर किया गया था। यहां जांच में पता चला कि पीडि़त के दोनों फेफड़ों में नैनुनिया के कारण पानी की मात्रा अधिक होने से सूजन आ गई थी। इस सैंपल लेकर वहां के अन्य लैबों को भेजा गया था। लैब द्वारा जो रिपोर्ट पीडि़त परिवार को बताया गया उसमें जमालुद्दीन में स्वाइन फ्लू के लक्षण होने की पुष्टि की गई।
इधर डॉक्टरों द्वारा उसका लगातार इलाज किया जा रहा था। इसी बीच शुक्रवार की रात उसकी मौत हो गई। इसकी एक आदेशित कॉपी के साथ स्वास्थ्य संचालनालय ने सीएमओ कोरिया को पत्र के मध्यम से निर्देशित किया कि इसकी जमीनी स्तर पर जांच कर रिपोर्ट प्रेषित करें। इधर जिले का स्वास्थ्य अमला आज भी इस मामले से अनभिज्ञ बना हुआ है।
नहीं है जानकारी
कोरिया सीएमएचओ एसएस पैकरा ने बताया कि रायपुर का आदेश प्राप्त हुआ है जिसमें एक और मामले में स्वाइन फ्लू पॉजीटिव मिला है जिसकी जांच की जाएगी और कोई जानकारी नहीं है।