शराब के नशे में तीन वर्षीय बालिका को सड़क पर छोड़ गई महिला, पुलिस ने जताया मानव तस्करी का अंदेशा खास बात यह रही कि दक्षिण निगम के मुकाबले उत्तर निगम को बजट में 18 करोड़ रुपए ज्यादा दिए गए हैं। निगम प्राधिकारी वासुदेव मालावत की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बैठक में दोनों निगमों का बजट पारित किया गया है। अनुमानित बजट के प्रस्ताव अनुमोदन के लिए राज्य सरकार को भेजे जाएंगे।
निगम में अब तक महापौर की अध्यक्षता में होने वाली बोर्ड बैठक में ही बजट अनुमोदित किया जाता था, लेकिन इस बार प्राधिकारी की अध्यक्षता में ही बजट तैयार कर पारित किया गया है। पिछले साल कुल बजट 633.19 करोड़ का था। इसके मुकाबले इस बार कुल बजट 232 करोड़ अधिक पारित किया गया है। बजट बैठक में उपायुक्त कीर्ति राठौड़, अशोक त्यागी, राजपालसिंह, लेखाधिकारी व अन्य अनुभागों के अधिकारी मौजूद थे।
उत्तर में विकास की ज्यादा जरूरत उत्तर निगम के लिए अधिक बजटीय प्रावधान रखने के पत्रिका के सवाल पर प्राधिकारी ने कहा कि कोटा उत्तर निगम में ढांचागत विकास की ज्यादा जरूरत है। नए सिरे से इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जाना है। इसके मुकाबले दक्षिण निगम में ढांचागत विकास बेहतर स्थिति में है।
दोनों निगम मिलकर भरवाएंगे मेला प्राधिकारी ने कहा कि दोनों निगमों का भले ही बजट अलग-अलग पारित हो गया है। कुछ काम ऐसे है जो फिलहाल एक साथ संचालित किए जाएंगे। जैसे दशहरा मेला दोनों निगम मिलकर भरवाएंगे। गोशाला व कायन हाउस में दोनों ही निगम के मवेशी रखे जाएंगे। अग्निशमन अनुभाग का संचालन भी पूरे शहर में एक समान किया जाएगा। इसका बंटवारा नहीं किया जाएगा।