कोटा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह चंदेल ने कहा कि दौर के साथ ही नौकरी देने वालों की प्राथमिकताएं भी बदलने लगी हैं। इसलिए पढ़ाई पूरी करने के बाद घर बैठने के बजाय खुद की क्षमताओं को बढ़ाने की कोशिश में जुटे रहें। सबसे पहले अपनी खामियां पता कर उन्हें दुरुस्त करें और फिर जिस नौकरी के लिए आवेदन करने जा रहें हैं उसके बारे में अच्छी तरह पड़ताल कर योग्यता के मापदंडों को हासिल करने की कोशिश करें। इसके बाद कोई भी कंपनी उन्हें रिजेक्ट नहीं कर सकती। एसपी सिटी दीपक भार्गव और एडीएम सिटी पंकज ओझा ने भी युवाओं को रोजगार हासिल करने के टिप्स दिए।
जॉब पाने उमड़े युवा रोजगार की तलाश में हाड़ौती के बेरोजगार युवाओं का रेला सुबह से ही महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में उमड़ पड़ा। पांडाल खचाखच भरने के बाद नौकरी की तलाश में आए युवाओं को स्टेडियम के बाहर ही रोक दिया गया और एक-एक कर अंदर दाखिल होने दिया गया। ऐसे में अपनी अपनी बारी के इंतजार कर रहे बेरोजगारों की करीब दो किमी लंबी कतार लग गई।
डीओआईटी को भी इतनी भीड़ उमडऩे की उम्मीद नहीं थी। विभाग ने दो दिनों में सिर्फ बीस हजार युवाओं के लिए ही प्लेसमेंट प्रॉसिजर प्लान किया था, लेकिन हाड़ौती में बेरोजारी का आलम यह रहा कि पहले ही दिन ४७,४२७ युवा अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा लिया। जिनमें से २१४१ तो दोपहर १२.३० बजे तक मौके पर भी पहुंच गए। सिर्फ एक बार मिलेगा मौका डीओआईटी के संयुक्त निदेशक आईटी चेतन प्रकाश शर्मा ने बताया कि मेले का आयोजन सुबह ९.३० बजे से शाम छह बजे तक किया जाएगा। इंजीनियरिंग, बीपीओ, इन्फ्रास्ट्रेक्चर, इलेक्ट्रिसिटी, एजुकेशन, बैंकिंग, टेलीकॉम, कंसल्टिंग और टेक्सटाइल आदि दर्जन भर सेक्टर्स की करीब १९० कंपनियां जॉब ऑफर कर रही हैं। कंपनियों ने अपने स्टॉल पर वेकेंसी से लेकर वेतन और योग्यता तक की सूचना प्रदर्शित की है। वहीं अभ्यार्थी का पंजीकरण होने के बाद उन्हें उनके सेक्टर से जुड़ी कंपनियों की सूची दी जा रही है। जिसमें से वह अपनी पसंद की दो कंपनियों चुनेंगे और ये कंपनियां प्लेसमेंट प्रक्रिया पूरी कर उनके चयन की प्रक्रिया पूरी करेंगी। जिन अभ्यार्थियों का मौके पर ही चयन हो जाएगा उन्हें तत्काल ऑफर लेटर दे दिया जाएगा और जिन्हें वेटिंग में डाला जाएगा उन्हें दो महीने का समय दिया जाएगा।