दयोदय एक्सप्रेस के शुक्रवार को जबलपुर स्टेशन पहुंचने पर कर्मचारी खिड़की और दरवाजे बंद कर रहे थे, तब कोच एस-8 के बाथरूम से दुर्गंध महसूस हुई। उसका दरवाजा बंद था। कर्मचारियों ने खिड़की से झांक कर देखा तो अंदर एक युवक संदिग्धावस्था में मृत मिला।
जीआरपी थाना प्रभारी सुनील नेमा के अनुसार युवक छह अक्टूबर को कोटा जाने के लिए कटनी से जबलपुर-अजमेर दयोदय एक्सप्रेस में सवार हुआ था। वह कोटा में निजी कंपनी में काम करता था। सम्बंधित कंपनी कटनी में सीमेंट कंपनी के प्लांट में मैनपावर सप्लाई करती है। इसी काम के सिलसिले में वह कटनी की यात्रा करता रहता था।
रेल अधिकारी की मदद से पहचान कटनी से ट्रेन में सवार युवक सात अक्टूबर को कोटा नहीं पहुंचाए तो परिजन ने खोजबीन शुरू की। परिजन जबलपुर रेल कार्यालय में एक अधिकारी से परिचित थे। युवक के घर नहीं पहुंचने पर परिजन ने रेल अधिकारी से सम्पर्क साधा। इसकी सूचना रेल अधिकारी ने जीआरपी को दी। तब ट्रेन में अज्ञात शव के बारे में सूचना दी गई। उसके बाद फोटो के आधार पर परिजन ने मृतक की पहचान कीण्
24 घंटे से ज्यादा ट्रेन में रहा शव युवक का शव 24 घंटे से ज्यादा ट्रेन में रहा। वह छह अक्टूबर को कटनी से ट्रेन में सवार हुआ। उसके बाद ट्रेन अजमेर तक फेरा लगाकर जबलपुर लौट आई। इस दौरान बंद बाथरूम में शव होने की किसी को भनक नहीं लगी।उधर कोटा से आए परिजन ने बताया कि युवक का पत्नी से विवाद था। इस मामले में काननी प्रकिया चल रही थी। तलाक की अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी।