Monsoon Update: आखिर कब होगी झमाझम बारिश, मानसून को लेकर IMD का बड़ा अलर्ट जारी
बता दें कि मानसून की ट्रफ लाइन खिसक कर हिमालय की तलहटी में चली गई है। इस वजह से राजस्थान में मौसम शुष्क हो गया है। मौसम विभाग का अलर्ट है कि 1-7 सितम्बर तक राजस्थान के कई जिलों में हल्की से कम बारिश होगी। पर मानसून पर लगा ब्रेक सितम्बर के दूसरे सप्ताह में टूट सकता है। मानसून ब्रेक टूटने के बाद सितंबर महीने के दूसरे सप्ताह में झमाझम बारिश की संभावना है। उल्लेखनीय है कि सांगोद क्षेत्र में इस साल अभी तक महज 666 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो औसत बारिश से भी काफी कम है। गत वर्ष क्षेत्र में 1253 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। हालांकि छह साल पहले वर्ष 2017 में भी पूरे मानसूनी सीजन में महज 523 एमएम बारिश हुई थी। हालांकि उस दौरान बारिश नियमित अंतराल में होती रही जो लोगों को अखरी नहीं। इस बार बारिश का अंतराल ज्यादा होने से बारिश लोगों की परेशानी और चिंता दोनों बढ़ा रही है।Raksha Bandhan: राखी पर उड़ा रहे हैं पतंग तो हो जाएं सावधान, पुलिस कमिश्नर ने जारी किया ऐसा आदेश
पहले भी हुई ऐसी स्थितिबारिश का बीते 64 सालों का इतिहास देखें तो क्षेत्र में इससे पहले भी कई बार बारिश का आंकड़ा पांच सौ एमएम को भी नहीं छू पाया। स्थानीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में दर्ज वर्ष 1959 से अभी तक की बारिश के रिकॉर्ड में वर्ष 1968 में तो क्षेत्र में महज 418 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इसके बाद वर्ष 1980 में 423 एमएम, वर्ष 2002 में 439 एमएम, वर्ष 2009 में 476 एमएम, वर्ष 2010 में 415 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इन बीते 64 सालों में 14 बार बारिश ने एक हजार एमएम से ज्यादा बारिश का रिकॉर्ड भी बनाया। वर्ष 1959 के बाद सांगोद क्षेत्र में सबसे ज्यादा बारिश वर्ष 2011 में हुई थी। इस दौरान क्षेत्र में 1634 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई थी। इससे पहले वर्ष 1961 में भी 1540 एमएम बारिश हुई थी।