कद्दू, पत्ता गोभी को छोड़कर अन्य सब्जियों के दाम बढऩे से गृहिणियों का रसोई का बजट गड़बड़ गया है। मध्यमवर्गीय परिवारों ने मौसम की सब्जियों से दूरी बना ली है। रामगंजमंडी में अभी स्थानीय किसानों के साथ कोटा से सब्जियां बिकने के लिए पहुंच रही हंै। सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि गर्मी के दिनों में अक्सर सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं। आने वाले दिनों में हरी सब्जियों की आमद सब्जी मंडी में बढऩे से इनके भावों में कमी आ सकती है।
प्रति किलो सब्जी के खुदरा भाव फूल गोभी 60 से 80 रुपए टिंडा 100 रुपएग्वारफली, भिंड़ी, गिलकी 70 से 80 रुपए केरी 100 रुपएचंवला फली, तरोई 100 रुपए किलो शिमला मिर्च 120 रुपए किलो
इनके भावों में अंतर नहीं सीजनेबल सब्जियों में टमाटर, कद्दू, आलू के भावों में ज्यादा फर्क नहीं आया है। पत्तागोभी भी सस्ती है। नींबू में सबसे ज्यादा उछाल गर्मी के दिनों में घरों में शिकंजी बनाकर पीना अब महंगा साबित हो रहा है। नींबू के भावों में जितना उछाल इस बार देखने को मिला है, वैसा पिछले चार-पांच साल में नहीं देखा। गर्मी में नींबू का उपयोग गन्ने का रस, आइसक्रीम के ठेलों पर शिकंजी के रूप में ज्यादा हो रहा है। इसके अतिरिक्त गर्मी में नींबू का सेवन बढ़ जाता है। नींबू के मुकाबले में अंगूर अभी सस्ते हैं। अंगूर यहां 50 रुपए किलो तक बिक रहे हैं। नींबू के बारहमासी पेड़ होते हैं। इस बार गर्मी के दिनों में आने वाले नींबू अभी नहीं आ रहे हैं। गर्मी में नींबू की खपत बढ़ जाने से यह तेजी आई है।