छोटी जरूरतों पर बड़ा खर्च कस्बेवासी सरोज बाई व लाड बाई ने बताया कि दुकानदारों द्वारा १, २ व ५ रुपए के सिक्के नही लेने से बच्चों को १० रुपए देने पड़ते हैं। ऐसे में जहां दिनभर में ५ रुपए बच्चों की मान मनुहार पर खर्च होते थे वहीं अब सीधे १० व २० रुपए प्रतिदिन खर्च होने लगे हैं। इसके अलावा सब्जी व राशन सामग्री की खरीद के दौरान सिक्कों को लेकर आए दिन बहस की नौबत आ जाती है।
प्रशासन करें समाधान कस्बेवासी दुकानदार राहुल शर्मा व मुकेश राठौर, हरि सिंह, रविन्द्र गौतम व कुलदीप ने बताया कि दुकानदार जहां से माल खरीदकर लाते हैं वे सिक्के नहीं लेते और माल रोक देते हैं। वहीं, बैंकों में भी सिक्के नहीं लिए जा रहे। सीएलजी सदस्यों की बैठक में अधिकारियों के सामने यह मामला उठाया था फिर भी समाधान नहीं हुआ।