हरियाणा और राजस्थान बॉर्डर पर बसा है गांव
हरियाणा के रेवाड़ी जिले में इस गांव का नाम है महेश्वरी। जिसमें कैनन इंडिया ने अपना सीएसआर प्रोजेक्ट शुरू किया है। इस मौके पर उन्होंने गांव को गोद ही नहीं लिया। बल्कि गांव के प्राइमरी स्कूल में बच्चों को पढ़ाने के लिए डेवलप करने का काम शुरू कर दिया है। कैनन इंडिया के अधिकारियों के अनुसार वो यह काम ह्यूमैना पीपुल टू पीपुल इंडिया नाम के एनजीओ के साथ शुरू किया है। कैनन इंडिया महेश्वरी गांव से देश के दूसरे चार शहरों में चार गांवों को विकसिक करने के साथ वहां के लोगों को सक्षम बनाने में जुटा हुआ है।
इन चार ‘र्इ’ पर करेंगे काम
कैनन इंडिया के प्रेसीडेंट और सीईओ काजुतादा कोबायाशी ने बताया कि हम पूरे गांव में चार ‘र्इ’ पर काम करेंगे। इसमें पहला ई है एजुकेशन। एजुकेशन के क्षेत्र में कैनन की ओर से महेश्वरी गांव के प्राइमरी स्कूल को भी गोद लिया गया है। जहां बच्चों को बेहतर शिक्षा दी जाएगी। स्कूल में बच्चों के कंप्यूटर लैब बनाई है। साथ बच्चों के लिए बेंच और टेबल भी मुहैया कराई गई है। वहीं दूसरी ओर स्कूल के दौरान बिजली रहे इसकी व्यवस्था की जा रही है। स्कूल के बाद गांव के लोगों को कंप्यूटर एजुकेशन भी दी जाएगी। दूसरे ई के रूप में आई साइट बेहतर होना जरूरी है। इसके लिए गांव में नेत्र देखभाल केंद्र की स्थापना की गई है। तीसरा ई है इनवायरनमेंट यानि पर्यावरण। पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए कैनन की ओर से पेड़ पौधे लगाए जाएंगे। वहीं चौथा और आखिरी ई का मतलब है इंपॉवरमेंट यानि सशक्तिकरण। जिसके जरिए गांव के लोगों को सशक्त बनाकर उन्हें बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा।
क्योसे के सिद्धांत पर चलते हैं
इससे पहले कोबायाशी ने गांव का दौरा किया। जिसके बाद मंच पर गांव के स्कूल के बच्चों ने सांसकृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के बाद स्कूल और आसपास पौधारोपण भी किया गया। इस मौके पर बच्चों और गांव के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम ‘क्योसे’ के सिद्धांत पर चलते हैं। जिसका मतलब है सबके कल्याण के लिए मिलकर काम करना। हम कंपनी के इसी सिद्धांत को आगे लेकर चल रहे हैं।