हैदराबाद मूल की नारकुती दिप्थी को माइक्रोसॉफ्ट ने दो करोड़ के पैकेज पर जॉब ऑफर किया है। उनका सिलेक्शन सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर हुआ है और 17 मई को यूएसए स्थित सिएटल हेडक्वाटर में ज्वाइन कर लिया है।
नई दिल्ली। वो लोग काफी खुशनसीब होते हैं, जिन्हें पढ़ाई पूरी करने के कुछ महीनों नौकरी मिल जाती है, लेकिन जिसकी बात हम आज करने जा रहे हैं, उसने पढ़ाई पूरी करने के 300 घंटों यानी करीब दो हफ्तों के भीतर 2 करोड़ रुपए के सैलरी पैकेज की नौकरी ज्वाइन की है। यह नौकरी माइक्रोसॉफ्ट ने दी है। इस शख्सियत का नाम है नारकुती दिप्थी। जिसने 2 मई को पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया और 17 मई को माइक्रोसॉफ्ट ज्वाइन कर लिया। आइए आपको भी बताते है कि नारकुती दिप्थी को यह नौकरी कैसे मिली और उनका फैमिली बैकग्राउंड कैसा है।
300 लोगों में हुआ सिलेक्शन
हैदराबाद मूल की नारकुती दिप्थी को माइक्रोसॉफ्ट ने दो करोड़ के पैकेज पर जॉब ऑफर किया है। उनका सिलेक्शन सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर हुआ है और 17 मई को यूएसए स्थित सिएटल हेडक्वाटर में ज्वाइन कर लिया है। दिप्थी को 300 लोगों के कैंपस सिलेक्शन में चुना गया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा एनुअल पैकेज ऑफर किया गया। यह कैंपस इंटरव्यू यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में हुआ था। उन्होंने यूनिर्वसिटी ऑफ फ्लोरिडा से अपना पोस्टग्रेजुएट इस महीने की दो मई को पूरा किया है।
इन कंपनियों से भी ऑफर
वैसे नारकुती दिप्थी को अमेजन, गौल्डमैन सैचे से भी जॉब ऑफर हुआ था। माइक्रोसॉफ्ट में दिप्थी का सिलेक्शन सॉफ्टवेयर डवलपमेंट इंजीनियर के लिए हुआ है जहां उनकी ग्रेड 2 कैटेगिरी की है। वैसे इस कैंपस सिलेक्शन में कई कंपनियों ने भी हिसा लिया था।
क्या करते हैं पिता
दिप्थी के पिता डॉ. वेंकन्ना हैदराबाद पुलिस कमिश्नरेट में फोरेसिंक एक्सपर्ट हैं। दिप्थी की यह पहली नौकरी नहीं है। उन्होंने इससे पहले हैदराबाद के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से बीटेक करने के बाद जेपी मॉरगन कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम किया था। जहां पर उन्होंने तीन साल का एक्सपीरियंस लिया और आगे की पढऱ्ा के लिए नौकरी छोड़ दी। उन्हें स्कॉलरशिप भी मिली, जिसके बाद एमएस कम्प्यूटर की पढ़ाई करने के लिए यूएस चली गई।