बसपा से नेता रहे अजय कुमार श्रीवास्तव की पत्नी अनु श्रीवास्तव भी महापौर पद की दावेदार बनने जा रही हैं। दरअसल ख़ास बात ये है कि बसपा के चार विधानसभा प्रत्याशी एक जुट होकर अनु श्रीवास्तव को चुनावी मैदान में उतार रहे हैं। चार प्रत्याशिओं में सरोज शुक्ल, राजीव श्रीवास्तव, योगेश दीक्षित और खुद अजय श्रीवास्तव शामिल हैं। हालांकि अजय अब बसपा के साथ नहीं है इसलिए कई पार्टियों में टिकट की जुगत में लगे हैं। बात न बनने पर वे निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरेंगे।
आम आदमी पार्टी में चल रही अंतर कलह के बीच पार्टी ने प्रियंका माहेश्वरी को चुनावी मैदान में उतार दिया है। प्रियंका ने मेयर पद के लिए नॉमिनेशन फॉर्म भी निगम मुख्यालय से ले लिया है। बतादें बीते दिन ही पार्टी में चल रहे आरोप प्रत्यारोप के बीच संजय सिंह ने प्रियंका के नाम मोहर लगा दी थी।
चुनावी पारी खेलने के लिए कई नई पार्टियां भी उतरी हैं। दल बेशक छोटे हों लेकिन उम्मीदवारों के सपने बड़े हैं। भारतीय जन कल्याण पार्टी की ओर से गीता श्रीवास्तव मैदान में हैं तो आज़ाद हिन्द माहसंघ की ओर से ज्योत्स्ना पांडेय। इनके अलावा गीता उपाध्याय निर्दलीय मैदान में है जिनके पति अजय उपाध्याय 4 बार आमरण अनशन कर चुके हैं। वे 2006 में मेयर का चुनाव भी लड़ चुके हैं।
दो दिन में 494 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ने की इच्छा दिखाई है। जोन 1 से 52 फॉर्म खरीदे गए हैं और 34 एनओसी जारी की गई हैं। जोन 2 से 20 फॉर्म और 19 एनओसी, जोन 3 से 54 फॉर्म, ज़ोन 4 से 62, जोन 5 से 44, जोन 6 से 79, जोन 7 से 132 फॉर्म और ज़ोन 8 से 51 फॉर्म खरीदे गए हैं।
बुधवार से मेयर और पार्षद पद के लिए नामांकन शुरू हो जाएंगे। इसके लिए राजधानी में 5 सेण्टर बनाए गए हैं। महापौर का नामांकन निगम मुख्यालय में होगा तो पार्षद के लिए जोन ऑफिस और कम्युनिटी हाल में व्यस्व्था की गयी है। निगम और पंचयती क्षेत्र को मिला कर कुल 34 आरो तैनात किये गए हैं। नामांकन के लिए वार्ड वाइज व्यवस्था की गयी है। इन नामांकन स्थल से 200 मीटर की दूरी पर ही पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। किसी भी स्थिति में इस मानक को तोडऩे की अनुमति नहीं दी जाएगी। इस दूरी से नामांकन स्थल तक उम्मीदवार को बिना गाडी के ही रास्ता तय करना होगा।