बता दें कि यूपी में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा 6 जनवरी 2019 को हुई थी। उसके बाद उत्तरमाला जारी करते हुए आपत्ति ली गई और विषय विशेषज्ञों की कमेटी गठित कर आपत्तियों का निस्तारण किया गया। आपत्तियों के निस्तारण के बाद अंतिम उत्तरमाला जारी होने से पहले कटऑफ को लेकर विवाद हो गया। जिसके कारण उत्तरमाला (उत्तर कुंजी) जारी नहीं हो पाई थी। इसलिए आज शनिवार 9 मई को आंसर सीट जारी करने का फैसला लिया गया है।
आपको बता दें कि परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापकों की भर्ती 60-65 प्रतिशत अंकों के आधार पर तीन महीने के अंदर करने का आदेश हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने बुधवार को जारी किया था। जिसके मुताबिक सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को 150 में 65 फीसदी और आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए 60 फीसदी अंक लाने होंगे। यूपी सरकार ने अंकों का निर्धारण परीक्षा के बाद किया था और यही विवादा का कारण बना था। इस फैसले का विरोध कर रहे अभ्यर्थियों का कहना था कि सरकार को अंकों का निर्धारण परीक्षा के पहले करना चाहिए था।