गंगोत्री ( Gangotri ) और यमुनोत्री ( Yamanotri ) धाम के बाद 17 मई सोमवार की सुबह केदारनाथ ( Kedarnath ) धाम के कपाट भी शुभ मुहुर्त पर खोल दिए गए। 18 मई मंगलवार सुबह शुभ मुहूर्त पर ही बद्रीनाथ ( Badrinath ) धाम के कपाट भी खुल जाएंगे। दरअसल चारों धाम के कपाट हर वर्ष शीतकालीन अवकाश के लिए बंद होते हैं। अप्रैल-मई माह में शुभ मुहूर्त पर इन्हें श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाता है। कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा शुरू हो जाती है। हर वर्ष की तरह इस बार भी शुभ मुहूर्त पर चारों धाम के कपाट तो खेल दिए गए लेकिन इस बार श्रद्धालुओं के मंदिर प्रवेश पर रोक रहेगी। इसकी वजह कोरोनावायरस है।
ऐसे में श्रद्धालुओं को निराश होने की आवश्यकता नहीं है। देश-भर के श्रद्धालुओं के लिए अच्छी बात यह है कि इस बार चार धाम यात्रा भले ही स्थगित कर दी गई हो लेकिन श्रद्धालु घर बैठे ही दर्शन कर सकेंगे। इसके लिए चारों धाम की
वेबसाइट को अपडेट करने के साथ-साथ उसमे तकनीकी सुधार किए जा रहे हैं। उत्तराखंड के पर्यटन सचिव
दिलीप जावलकर ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि चार धाम के श्रद्धालुओं को वर्चुअल दर्शन के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। बेवसाईट काे अपडेट किया जा रहा है। श्रद्धालु अपने घर पर ही बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम समेत चारों धाम के दर्शन ऑनलाइन कर सकेंगे।