सूत्रों के मुताबिक अखिलेश के सामने एक विकल्प समानांतर प्रत्याशी उतारने का है। सपा विधायक दल का बहुमत अखिलेेश यादव के साथ है। लोकसभा और राज्यसभा के सपा सांसदों में ज्यादातर उनके समर्थक हैं। सपा के कई नेता चाहते हैं कि अखिलेश यादव आगे आएं और अपने प्रत्याशियों का एलान करें। इसके लिए जो भी तरीका हो सकता है, उसेे अपनाया जाए। इसके लिए सीएम अखिलेश ने गुरुवार को अपने समर्थक विधायकों की बैठक बुलाई है। वहीं इससे पहले उम्मीदवारों की लिस्ट से नाराज सीएम अखिलेश यादव ने जवाब में सुल्तानपुर से प्रत्याशी बनाए गए डॉ. संदीप शुक्ला को राजकीय निर्माण निगम के सलाहकार पद से और उनकी पत्नी डॉ. सुरभि शुक्ला को आवास विकास परिषद की उपाध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया है।