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लखनऊ

सीएम योगी ने अपर मुख्य सचिवों-प्रमुख सचिवों को दिए बड़े निर्देश, प्रशासनिक अधिकारी लेगें एक-एक विद्यालय गोद

सीएम योगी ने शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में पोषण अभियान और सुपोषण स्वास्थ्य मेला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया।

लखनऊAug 25, 2018 / 04:18 pm

Abhishek Gupta

CM Yogi

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लखनऊ. सीएम योगी ने शनिवार को अटल बिहारी वाजपेयी साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर में पोषण अभियान और सुपोषण स्वास्थ्य मेला का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कुपोषण, गोरखपुर क्षेत्र में 1978 में हुए दिमागी बुखार व 15 अगस्त को वृक्षारोपण व अक्टूबर तक तय किए गए अपने लक्ष्य की बात कही। इसी के साथ उन्होंने अपर मुख्य सचिवों व प्रमुख सचिवों को एक-एक जिले का नोडल अफसर बनाए जाने का एलन करते हुए हर माह अपने-अपने जनपद में एक दिन बिताने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि 6 विभागों ने मिलकर पोषण अभियान व सुपोषण स्वास्थ्य मेला का शुभारंभ पूरे प्रदेश में किया है। पोषण अभियान के जरिए अपनी वर्तमान व भावी पीढ़ी को स्वस्थ बनाए रखने के लिए प्रदेश सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। उन्होंने कहा कि भारत को वास्तव में सशक्त होना है तो उसका रास्ता स्वास्थ्य से होकर जाएगा।
“1998 में शुरू हुई थी लड़ाई”-

उन्होंने कहा कि जब मैं पहली बार सांसद बना तो वहां के मेडिकल कॉलेज गया। प्रशासन ने मुझे जाने से रोका लेकिन जब भीतर प्रवेश किया तो हालात देखकर मेरी रूह कांप गई। गंदगी थी, पंखे बंद थे, एक बेड पर चार-चार लोग थे। 25 बच्चों के लिए बने वार्ड में 100-100 बच्चे थे। हर वर्ष में बार-बार इस मुद्दे को उठाता था। परिणाम सामने आए। 1998 में जो लड़ाई आरंभ की उसका नतीजा हुआ कि नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था हुई। वैक्सीनेशन की प्रक्रिया भी आरंभ हुई।
दिमागी बुखार के प्रकोप का किया जिक्र-

सीएम योगी ने इस दौरान 1978 से गोरखपुर क्षेत्र में दिमागी बुखार के प्रकोप का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस पर कभी किसी का ध्यान नहीं दिया गया। जब मैंने इस मुद्दे को संसद में उठाया, तो यह कहकर रोका गया कि वेक्टरजनित रोग राज्य का मामला है, लेकिन हम पीछे नहीं हटे। 2 अप्रैल से 30 अप्रैल तक कई विभागों को मिलाकर प्रदेश के 38 जिलों में व्यापक अभियान चलाया गया।
“प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य लोग एक-एक विद्यालय गोद लें”-

सीएम ने कहा कि कुपोषण से मुक्ति में सभी का योगदान जरूरी है। शासन की योजनाएं तो हैं लेकिन समाज को भी आगे आना होगा। शासन की योजनाओं का लाभ सभी तक पहुंचे तो कुपाेषण से मुक्ति मिल सकती है लेकिन जागरूकता के अभाव में यह संभव नहीं हो पाता। मेरा आह्वान है कि हमारे समाज के जन प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और गणमान्य लोग एक-एक विद्यालय को गोद लें।
“15 अगस्त को किया वृक्षारोपण, 2 अक्टूबर तक खुले में शौच से मुक्त होगा यूपी”-

सीएम योगी ने कहा कि 15 अगस्त को वृहद वृक्षारोपण का कार्य आरंभ किया गया। सहजन के पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया गया। सहजन की सब्जी स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। वहीं उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर गांधी जयंती तक पूरे प्रदेश को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इससे कई बीमारियों से मुक्ति मिल जाएगी। स्वच्छता मिशन में यूपी पहले स्थान की ओर कदम बढ़ा रहा है। जब हम सरकार में आए थे तो प्रदेश का स्थान 23वां था।
मुख्य सचिवों व प्रमुख सचिवों को दिए निर्देश-

सीएम योगी ने कहा कि अपर मुख्य सचिवों व प्रमुख सचिवों को एक-एक जिले का नोडल अफसर बनाया गया है। वे हर माह अपने जनपद में एक दिन बिताएंगे। प्रभारी मंत्री भी अपने जिले के एक गांव में रुकेंगे। कितने मेले लगे, कुपोषण की स्थिति क्या है, जॉब एवं राशन कार्ड की क्या स्थिति है, यह पता लगाने का जिम्मा उनका होगा। आशा करता हूं कि पोषण अभियान के अच्छे परिणाम सामने आएंगे। कुछ सुझाव दिए गए हैं, उस पर कार्य किया जाना चाहिए। कार्य को सफल बनाना है तो इसे टेक्नोलॉजी के साथ भी जोड़ना आवश्यक है।

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