लोहिया अस्पताल के निदेशक डॉ. डीएस नेगी ने कहा कि यह मोबाइल ऐप लोगों के लिए काफी कारगर साबित होगा। इस ऐप के जरिये जहां हादसे में घायल लोगों को मदद मिलेगी, वहीं भीड़ या फिर मेले में गुम हुए बच्चों की भी पहचान हो सकेगी। साथ ही ‘हेल्प मी डियर’ ऐप से सफर में लोगों का छूटा सामान भी मिल सकेगा।
डॉ. विनोद कुमार आर्य ने बताया कि इस सुविधा का लाभ लेने के लिये सबसे पहले मोबाइल के प्ले स्टोर से ‘हेल्प मी डियर’ ऐप डाउनलोड कर इन्स्टॉल करना होगा। पीड़ित व्यक्ति की फोटो अपलोड करते ही इस ऐप का इस्तेमाल कर रहा व्यक्ति फोटो से संबंधित व्यक्ति को पहचान लेगा। उसे ऐप के जरिये ही अपडेट मिल जाएगी कि अमुक व्यक्ति की फोटो कब और कहां अपलोड की गई है। इस तरह वह आसानी से संबंधित व्यक्ति से संपर्क कर सकता है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोई भी अनहोनी होने पर ‘हेल्प मी डियर ऐप’ पर उसकी फोटो डाली जाएगी। फोटो डालते ही इस ऐप पर डेट, टाइम और प्लेस खुद-ब-खुद दिखने लगेगा। इससे वह व्यक्ति जहां भी होगा, उसकी पहचान आसानी से हो सकेगी। ऐसे में संबंधित व्यक्तियों से घर बैठे ही संपर्क हो सकेगा।