लोगों को भड़काने की हो रही है कोशिश कल्बे जवाद ने आगे कहा कि मॉब लिंचिंग, जिसके बारे में सोचकर ही दिल कांप उठता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी मॉब लिंचिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की हिदायत देते रहे हैं। उत्तर प्रदेश समेत कई राज्य मॉब लिंचिंग के खिलाफ कड़े कानून भी लाने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन कानून से अलग जाकर हथियारों से मॉब लिंचिंग का मुकाबला करने के लिए लोगों को सरेआम भड़काने की कोशिश की जा रही है। वह भी संविधान में मिले अधिकारों की दुहाई देकर।
आत्म रक्षा के लिए कानूनी हथियार चलाने की दी जाएगी जानकारी कल्बे जवाद ने मॉब लिंचिंग पर दुख जताया हुए कहा कि लखनऊ बड़े इमामबाड़े (Bara Imambara) में एक आम जलसा कर मॉब लिंचिंग का विरोध किया जाएगा और इस दौरान वहां मौजूद रहने वालों को आत्म रक्षा के लिए कानूनी हथियार के इस्तेमाल की जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हथियार का लाइसेंस लेने के लिए लोगों को ना सिर्फ जानकारी दी जाएगी, बल्कि उन्हें जागरूक भी किया जाएगा।
आजम खां भी दे चुके है विवादित बयान जानकारी हो कि इससे पहले आजम खां ने भी मॉब लिंचिंग को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि यह वो सजा है जो इस देश का मुसलमान 1947 के बाद से भोग रहा है। अब इस मामले में जो भी होगा, मुसलमान उसका सामना करेंगे। आजम ने आगे यह भी कहा- हमारे पूर्वज पाकिस्तान क्यों नहीं गए? उन्होंने भारत को अपना देश समझा। यह हमारी गलती है। मौलाना आजाद, पं. जवाहरलाल नेहरु, सरदार पटेल और बापू ने मुस्लिमों से अपील की पाकिस्तान न जाएं। मुस्लिम आजादी के बाद से ही घृणात्मक जीवन जी रहे हैं। मुस्लिम इस पर शर्मिंदा हैं।