
Lakhimpur Violence Congress Samajwadi Party and BSP Fight for Farmers
लखनऊ. Lakhimpur Violence Congress Samajwadi Party and BSP Fight for Farmers. लखीमपुर खीरी जिले में किसानों के साथ हुए व्यवहार (Lakhimpur Kheri Violence) और उनकी मौत के बाद किसानों और राजनीतिक पार्टियों में रोष देखा जा रहा है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार (UP Government) पर हमला बोलते हुए इसे गुंडाराज का नाम दिया है। किसान पीड़ित परिवार से मिलने रवाना हुईं कांग्रेस प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) को हिरासत में लिया गया है। उधर, सपा मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को भी घर में नजरबंद कर दिया गया है। उनके घर के बाहर सोमवार से ही पुलिस बल तैनात है। सीआईसी में डिप्टी सीएम के कार्यक्रम में विरोध प्रदर्शन करने जा रहे सपाइयों को रोका गया। हाईवे पर सपाइयों ने धरना दिया। किसान नेताओं को भी घरों में नजरबंद रखा गया। एक ओर किसानों के साथ हुई अभद्रता पर सपा और कांग्रेस जमीनी स्तर पर लड़ रही है, तो दूसरी ओर बहुजन समाज पार्टी ने योगी सरकार के खिलाफ ऑनलाइन जंग छेड़ी है।
कांग्रेस दो दिनों तक करेगी देशव्यापी विरोध
किसानों की मौत और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस का प्रदर्शन और तेज हो गया है। अब कांग्रेस दो दिनों के लिए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस के पार्टी नेता और सांसद लखीमपुर खीरी कांड को लेकर पूरे देश में दो दिनों तक विरोध प्रदर्शन करेंगे। पीड़ित किसान परिवारों से मिलने के लिए जा रहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अभी भी सीतापुर में हाउस अरेस्ट में हैं।
सड़कों पर उतर कर नारेबाजी
कांग्रेस और सपा के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया। सोमवार को अखिलेश यादव की गिरफ्तारी पर कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। उन पर राजधानी लखनऊ में प्रदर्शन-हंगामे और पुलिस की गाड़ी में आगजनी के मामले में दो मुकदमे गौतमपल्ली थाने में पुलिस की ओर से दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही अखिलेश यादव और बड़ी संख्या में सड़क जाम कर प्रदर्शन करने वाले सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ धारा 144 की कार्रवाई की गई है।
ऑनलाइन जंग लड़ रही बसपा
एक ओर सपा और कांग्रेस जमीनी स्तर पर किसानों के लिए लड़ रही है, तो दूसरी ओर बसपा ट्विटर के माध्यम से जुबानी जंग लड़ रही है। तीन अक्टूबर को उन्होंने खीरी घटना पर पहला ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ''यूपी के जिला लखीमपुर खीरी में 3 कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों पर केन्द्रीय मंत्री के पुत्र द्वारा कथित तौर पर कई किसानों की गाड़ी से रौंद कर की गई हत्या अति-दुःखद। यह भाजपा सरकार की तानाशाही व क्रूरता को दर्शाता है जो कि इनका असली चेहरा भी है।'' दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा, ''इस घटना के सम्बंध में भी पीड़ितों को सरकार से उचित न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है। इसलिए माननीय सुप्रीम कोर्ट इस दुःखद घटना का स्वयं ही संज्ञान ले, बीएसपी की यह मांग। साथ ही, बीएसपी के स्थानीय प्रतिनिधिमण्डल को भी घटनास्थल पर जाने का निर्देश।''
चार अक्टूबर को दूसरा ट्वीट करते हुए कहा, ''बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद श्री एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबंद कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकांड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय।'' ''यूपी के दुःखद खीरी कांड में भाजपा के दो मंत्रियों की संलिप्तता के कारण इस घटना की सही सरकारी जांच व पीड़ितों के साथ न्याय तथा दोषियों को सख्त सजा संभव नहीं लगती है। इसलिए इस घटना की, जिसमें अब तक 8 लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, न्यायिक जांच जरूरी, बीएसपी की मांग।''
बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ''बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सांसद एससी मिश्र को कल देर रात यहां लखनऊ में उनके निवास पर नजरबंद कर दिया गया जो अभी भी जारी ताकि उनके नेतृत्व में पार्टी का प्रतिनिधिमंडल लखीमपुर खीरी जाकर किसान हत्याकांड की सही रिपोर्ट न प्राप्त कर सके। यह अति-दुःखद व निन्दनीय।'' ''केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री द्वारा यूपी के लखीमपुर खीरी जिले में किसानों को दो मिनट में देख लेने की धमकी के बाद वहां कल हुई व्यापक हिंसा में 8 लोगों की मौत व इसी बीच हरियाणा के सीएम का ऐसा घिनौना बयान भाजपा सरकार की घोर जनविरोधी व तानाशाही प्रवृति को साबित करता है।''
Published on:
05 Oct 2021 10:22 am
बड़ी खबरें
View Allलखनऊ
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
