सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कहा था कि अपना दल (कमेरावादी) के साथ साल 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन था। 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए नहीं। इसके बारे में पूछने पर पल्लवी पटेल ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और राष्ट्रीय स्तर इंडिया गठबंधन की प्रमुख पार्टी यानी कांग्रेस यह बताएं कि वे अपना दल (कमेरावादी) के साथ क्या करने जा रहे हैं। पल्लवी पटेल ने कहा, “जिन लोगों ने इंडिया गठबंधन बनाया है, वह प्रमाणित करें कि हम उसका हिस्सा हैं या नहीं।”
पल्लवी ने तल्ख लहजे में कहा, ”बिहार में (पूर्व में इंडिया गठबंधन में शामिल रहे जनता दल यूनाइटेड के नेता) नीतीश कुमार के साथ जो हुआ, वही उत्तर प्रदेश में (अपना दल—कमेरावादी की अध्यक्ष) राजमाता कृष्णा पटेल के साथ हो रहा है।”
गठबंधन को लेकर सपा के रवैये के बारे में उन्होंने कहा, ”(सपा के) 2017 में 47 विधायक जीते। साल 2022 में ओम प्रकाश राजभर जी उनके साथ आए, संजय चौहान, केशव देव मौर्या, जयंत चौधरी, राजमाता कृष्णा पटेल साथ आए तब आप 47 से 111 हुए और 34 प्रतिशत वोट आपको मिले। इसके बाद आपको लगने लगा कि 34 प्रतिशत वोट आपके हैं और अब आपको किसी की जरूरत नहीं है। आप गलतफहमी में जी रहे हैं।”
उनसे पूछा गया कि अगर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) अपना दल (कमेरावादी) को सीटों का कोई प्रस्ताव देता है तो क्या वह उसे स्वीकार करेंगी? इस पर पटेल ने कहा, ”इस बारे में अभी तक कोई प्रस्ताव नहीं मिला है लेकिन अगर ऐसा कुछ होता है तो कोई भी निर्णय पार्टी ही करेगी।” पटेल ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के टिकट पर गठबंधन प्रत्याशी के रूप में सिराथू सीट से चुनाव लड़ा था जहां उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को पराजित किया था।
विधायक पद से इस्तीफा देने के बारे में पूछने पर पल्लवी पटेल ने कहा, ”मैं समाजवादी पार्टी की विधायक नहीं हूं। मैं अपना दल गठबंधन की विधायक हूं। हालांकि सपा को मुझसे इस्तीफा मांगने और मुझे निकालने का अधिकार है।”