उत्तर प्रदेश में एक ओर जहां कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन शुरू हो गया है वहीं, दूसरी तरफ कोरोना टीकाकरण को लेकर सियासत भी तेज हो गई है
पत्रिका न्यूज नेटवर्क पॉलिटिकल न्यूज लखनऊ. कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccin) का इंतजार अब खत्म हो गया है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 14 जनवरी से कोरोना टीकाकरण शुरू हो जाएगा। उत्तर प्रदेश में एक ओर जहां कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन शुरू हो गया है वहीं, दूसरी तरफ कोरोना टीकाकरण को लेकर सियासत भी तेज हो गई है। अखिलेश यादव के उस बयान के बाद यूपी की सियासत और तेज हो गई, जब कोरोना वैक्सीन को भाजपाई बताते हुए कहा कि हम भाजपा की राजनीतिक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा का क्या भरोसा? इनकी वैक्सीन पर क्यों विश्वास करें? कोविड-19 की आड़ लेकर भाजपा महंगाई, बेरोजगारी व अन्याय को छिपाएगी।
भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि बयान के लिए अखिलेश यादव माफी मांगें। ट्विटर पर भी अखिलेश यादव को लोग ट्रोल करने लगे। हालांकि, अगले ही दिन सपा प्रमुख ने यूटर्न मारते हुए कहा कि सरकार गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख घोषित करे। उधर, बसपा प्रमुख ने रविवार को ट्वीट करते ही स्वदेशी वैक्सीन के लिए वैज्ञानिकों की सराहना की है, साथ ही सरकार से गरीबों के लिए निशुल्क टीकाकरण की अपील की है।
अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट करते हुए कहा कि कोरोना का टीकाकरण एक संवेदनशील प्रक्रिया है, इसीलिए भाजपा सरकार इसे कोई सजावटी-दिखावटी इवेंट न समझे और अग्रिम पुख्ता इंतजामों के बाद ही शुरू करे। ये लोगों के जीवन का विषय है। अत: इसमें बाद में सुधार का ख़तरा नहीं उठाया जा सकता है। गरीबों के टीकाकरण की निश्चित तारीख घोषित हो।
नपुंसक न बना दे कोरोना वैक्सीन : सपा एमएलसी समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के ‘कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाउंगा’ वाले बयान के बाद अब मिर्जापुर से सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने विवादित बयान देते हुए कहा कि वैक्सीन से नपुंसकता का खतरा है। उन्होंने कहा कि कोविड 19 की वैक्सीन में कुछ तो ऐसा है, जो लोगों को नुकसान पहुंचा सकता है। कल को लोग कहेंगे कि ये वैक्सीन उन्हें मारने या फिर जनसंख्या को कम करने के लिए दी गई है। कुछ भी हो सकता है, ये भी संभव है कि इस वैक्सीन को लगवाने के बाद लोग नपुंसक हो जाएं।