मोदी के कार्यक्रम को लेकर असमंजस
राष्ट्रपति के साथ पीएम नरेंद्र मोदी के आगमन को लेकर प्रशासन तैयारियां पूरे जोर-शोर से कर रहा है। कार्यक्रम में महज 11 दिन शेष हैं, लेकिन अभी तक पीएम के आने का कोई लिखित आदेश न पहुंचने से असमंजस की स्थिति है। फिलहाल तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। पांच हेलीपैड की जगह आठ हेलीपैड बनाने के लिए जगह चिन्हित की गई है। सुरक्षा इंतजामों को लेकर शनिवार को भी कमिश्नर ने अफसरों के साथ बैठक की थी। परौंख गांव में लोगों का सत्यापन का काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल की तरफ जाने वाली सड़कें चमाचम की जा रही हैं।
ड्रोन से किया गांव का एरियल सर्वे
रविवार की दोपहर बाद परौंख ड्रोन कैमरे से एरियल सर्वे कराया गया। इसके लिए गांव की तीन टीमें लगीं हुईं थीं। इसमें गांव में वीवीआईपी के रूट से लेकर गलियों और छतों की स्थिति तक का आकलन किया गया। छतों के ऊपर से ड्रोन कैमरे उड़ते देख ग्रामीणों में खासा कौतूहल रहा।
बचपन में ही मां के देहांत हो जाने के कारण राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का पालन पोषण उनकी बड़ी भाभी विद्यावती ने किया। वह आज भी उनका सम्मान मां की तरह करते हैं। विद्यावती की आंखों का ऑपरेशन होना था। जानकारी होते ही उन्हें राष्ट्रपति ने उन्हें दिल्ली बुलाकर ऑपरेशन कराया और सात मई को ही उनसे मिलने भी गए थे। विद्यावती ने कहा कि लल्ला ने उनका खूब ख्याल रखा। डॉक्टर ने अनुमति दी तो गांव आने पर जाकर मिलेगें।
राष्ट्रपति संग प्रधानमंत्री से मिलने के लिए राष्ट्रपति का परिवार व्याकुल है। राष्ट्रपति के भाई प्यारेलाल की बेटी दीपा की 19 नवंबर को शादी थी। व्यस्तता के चलते राष्ट्रपति समारोह में शामिल नहीं हो पाए थे। इसलिए उन्होंने 30 अप्रैल को दीपा को पति व ससुराल वालों के साथ राष्ट्रपति भवन आमंत्रित किया था। वहां नवदंपति को राष्ट्रपति ने आशीर्वाद दिया था।