तीन जून को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अपने पैतृक गांव परौंख आगमन पर सुरक्षा को लेकर मंगलवार को मुख्य सचिव और डीजीपी के दौरे के बाद एक बार फिर से कवायद तेज हो गई है। परौंख में राष्ट्रपति के कार्यक्रम की सुरक्षा के लिए करीब पांच हजार पुलिसकर्मियों को तैनात करने की तैयारी है। इसके जरिए कार्यक्रम स्थल के पांच किमी पहले से ही बनाए जा रहे अलग-अलग प्वाइंट पर पुलिस की तैनाती नजर आएगी। पुलिस के साथ ही यहां सुरक्षा के लिहाज से केन्द्रीय बल भी पहुंचेगा। इसमें बीएसएफ व सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती होगी। केन्द्रीय बलों के जिम्मे हेलीपैड के साथ ही मंच के आसपास और पीछे बनने वाला सेफ हाउस होगा। गांव भ्रमण के दौरान राष्ट्रपति जिस रास्ते से निकलेंगें उस रास्ते के हर घर के दरवाजे और छत पर पुलिस मुस्तैद रहेंगी। गांव के दोनों प्रवेश द्वार से लेकर सड़क पर सामान्य पुलिस के साथ पार्किंग स्थल तक ट्रैफिक पुलिस की तैनाती होगी।
यह भी पढ़े –
देश में पांच इंटरनेशनल एयरपोर्ट और पांच एटीएस वाला यूपी पहला राज्य, होंगी ये बड़ी सुविधाएं पंडाल में प्रवेश के लिए ऐसे होंगे रास्ते परौंख में कार्यक्रम के लिए जर्मन हैंगर वाटरप्रूफ पंडाल लगाया जा रहा है। इसमें मंच के बाद बड़े आकार की डी बनेगी। इसके बीच में एक गैलरी बनाई जाएगी। प्रवेश के लिए अलग-अलग रास्ते तैयार किए जा रहे हैं। अतिविशिष्ट अतिथियों के अलावा राष्ट्रपति के परिवार और उनसे मिलने वालों की दीर्घाएं भी बनेंगी।
एडीजी और आईजी तय करेंगे स्थान एडीजी जोन भानु भाष्कर व आईजी रेंज प्रशांत कुमार सुरक्षा इंतजामों पर खुद निगरानी बनाए हुए हैं। पूरे कार्यक्रम में किस स्थान पर किस स्तर के अधिकारी की तैनाती होनी है इसे लेकर मंथन शुरू हो गया है। दूसरे जोनों से कितने अफसरों व कर्मचारियों की डिमांड की जानी है इसका खाका भी तैयार हो रहा है। बुधवार रात तक इसकी कवायद पूरी होने की उम्मीद है।