कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल जी सिंह ने कहा कि भारत के स्वतंत्र होने के 70 साल बाद भी भारतीय इतिहास से छेड़छाड़ न हो इसकी लड़ाई अखंड राष्ट्रवादी पार्टी लड़ रही है। फिल्म पद्मावती मे जिस प्रकार संजय लीला भंसाली ने सती रानी पद्मावती के चरित्र का चित्रण किया है वह भारतीय इतिहस के विरुद्ध है। सरकार और सेंसर बोर्ड से फिल्म को पूी तरह से प्रतिबंधित की सिफारिख करते हुए लाल जी सिंह ने कहा कि फिल्म न रोकने पर भारत सरकार को देशवासियों के जनआक्रोष का बड़ा समना करना पड़ेगा जिसका आंदोलन अखंड राष्ट्रवादी पार्टी करेगी।
कांग्रेस के नेता भी विरोध में कांग्रेस के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि यदि यह फिल्म रिलीज होती है तो यह प्रदर्शित करेगी कि भाजपा सरकार इस देश के इतिहास, अस्तित्व और अस्मिता में विश्वास नहीं करती है। उन्होंने कहा है कि इतिहास इतिहास होता और इतिहास सच्ची घटनाओं के आधार पर बनता है। उन्होंने कहा है कि इतिहास को आज के हिसाब से बदलकर कर उसे मनोरंजन की तरह बनाने और प्रदर्शित करना निन्दनीय और अपराधिक कृत्य है।
संजय सिंह ने सीधे तौर पर फिल्म को लेकर हो रहे विवाद के लिए केन्द्र की भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं फिल्म के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली को लेकर कहा है कि वे उन्हें कुछ नहीं कह सकते हैं. क्योंकि फिल्मकार तो पैसा बनाने के लिए ही काम करते हैं।भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा है कि धर्म, संस्कृति और राष्ट्र प्रेम का ढ़ोंग रचने वाली भाजपा सरकार न हिन्दुओं के हित में है और न मुसलमानों के हित में है। भाजपा केवल लालच और स्वार्थपरता की राजनीति कर रही है।
करणी सेना ने भी किया था विरोध राजपूत करणी सेना के प्रधान संरक्षक लोकेंद्र सिंह ने बीते दिनों लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर इस फिल्म का विरोध जताया था। उन्होंने कहा कि ये फिल्म किसी भी कीमत पर रिलीज नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि फिल्म के विरोध में एक दिसंबर को डीएम और सिनेमाघर मालिकों को खून से लिखा पत्र दिया जाएगा। सिंह ने कहा कि 200 करोड़ की ये फिल्म नोटबंदी के 14 दिन पहले ये फिल्म शुरू हुई थी। आखिरकार कैसे ये फिल्म नोटबंदी के दौरान शूट हुई।