बता दें कि इस बार यूपी बोर्ड की परीक्षाएं सात फरवरी से रू होंगी। बीते 4 नवंबर को माध्यमिक शिक्षा परिषद ने ऑनलाइन सूची जारी कर राजधानी में 144 स्कूलों को केंद्र बनाया है। साथ ही इनमें परीक्षा देने के लिए छात्र-छात्राओं की शिफ्टिंग भी तय कर दी है, लेकिन सूची की जांच की गई तो
जानें क्या हैं मानक बोर्ड के तय मानक के मुताबिक शहर में छात्रों के केंद्र आठ किमी और छात्राओं के केंद्र पांच किमी में ही बनाए जाएंगे। वहीं, ग्रामीण में यह दूरी छात्रों के लिए 12 किमी और छात्राओं के लिए 8 किमी है।
यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए बनाए गए केंद्र पर स्कूल प्रशासन अब ऑनलाइन आपत्तियां भी दे सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने 14 नवंबर तक आपत्तियां मांगी हैं। आपत्तियों को दूर करने के बाद परीक्षा केंद्रों की फाइनल सूची जारी की जाएगी। डीआईओएस मुकेश कुमार सिंह के मुताबिक सभी प्रधानाचार्यों को भी अपने ही लॉगिन आईडी के जरिए ही आपत्तियां भी ऑनलाइन दर्ज करवानी होंगी।
स्कूल का नाम- केंद्र का नाम – परीक्षार्थी -दूरी -एमएलआरपी पब्लिक स्कूल-भारतीय बालिका विद्यालय -119 -45 किमी -हरौनी स्टेशन इं.का.शाहनजफ रोड-राम सेवक त्रिवेदी बालिका मां श्री विंध्यवासिनी इंटर -126 -38 किमी लखनऊ में केंद्र-144
हाईस्कूल, इंटर के कुल परीक्षार्थी -99,600
निजी स्कूलों को प्राथमिकता इस बार निजी स्कूलों पर मेहरबानी की गई है। साथ ही ऐडेड और राजकीय स्कूलों की पूरी तरह से अनदेखी हुई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, 144 परीक्षा केंद्रों में से 69 निजी स्कूल शामिल हैं। हालांकि परिषद ने सूची जारी कर आपत्तियां मांगी हैं। इससे संभव है कि अभी केंद्रों में भी बदलाव भी होगा। पिछले दो वर्ष से माध्यमिक शिक्षा परिषद ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों का निर्धारण कर रहा है। केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया करीब दो महीने पहले ही शुरू कर दी जाती है। पहले परिषद ने सभी स्कूलों से संबंधित जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए थे। इसके बाद चार नवंबर को परिषद ने परीक्षा केंद्रों की सूची जारी की थी। सूची में 65 ऐडेड, 10 राजकीय और 69 निजी स्कूलों को केंद्र बनाया गया है।
केंद्रों पर उठे सवाल
राजधानी में कुल 104 ऐडेड स्कूल हैं, जबकि 40 राजकीय कॉलेज हैं। साथ ही डेढ़ सौ ऐडेड व राजकीय स्कूल हैं। शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने इस पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि नियमानुसार सबसे पहले राजकीय और फिर ऐडेड स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया जाता है। इसके बाद अगर जरूरत होती है तो निजी स्कूलों को इसमें शामिल किया जाता है।
इन स्कूलों को हटा दिया
परिषद ने पिछली बार नारी शिक्षा निकेतन, क्वींस इंटर कॉलेज, ब्वॉय एंग्लो बंगाली, बालिका इंटर कॉलेज मोतीनगर, आर्यकन्या इंटर कॉलेज, अग्रसेन इंटर कॉलेज चौक, महात्मा गांधी इंटर कॉलेज मलिहाबाद, एपी सेन गर्ल्स इंटर कॉलेज, जनता गर्ल्स इंटर कॉलेज, विद्यांत हिंदु इंटर कॉलेज, राजकीय कन्या इंटर कॉलेज विकास नगर जैसे राजकीय व ऐडेड स्कूलों को केंद्र बनाया गया था, लेकिन इस बार इन स्कूलों की अनदेखी की गई है।