ये भी पढ़ें- #Metoo: एमजे अकबर पर आरोपों को लेकर अखिलेश ने मायावती को दिया समर्थन, किया बहुत बड़ा ऐलान, भाजपा में हड़कंप सावित्री बाई फुले ने कहा कि गांधीजी भी आरक्षण नहीं बर्दाश्त कर सके थे और इसलिए वे अनशन पर बैठ गए थे। सावित्री ने आगे बताया कि 16 दिसंबर को रमाबाई मैदान में मैं रैली करूंगी और ऐलान करूंगी कि आरक्षण पूरी तरह लागू करो या फिर कुर्सी खाली करो।
ये भी पढ़ें- पूर्व केंद्रीय मंत्री के भाई का हुआ निधन, सपाईयों में कोहराम, भावुक मुलायम सिंह यादव ने यूं दी श्रद्धांजलि मजबूरी में मुझे टिकट दिया- उन्होंने कहा कि मैं सांसद नहीं बनती अगर बहराइच की सीट सुरक्षित नहीं होती। भाजपा की मजबूरी थी कि उन्हें जिताऊ उम्मीदवार चाहिए था तो मुझे टिकट दिया गया। मैं उनकी गुलाम नहीं हूं। अगर सांसद होकर भी अपने लोगों की बात न कर सकूं तो क्या फायदा?
ये भी पढ़ें- गृह प्रवेश करते ही पहली बार शिवपाल ने अखिलेश को दी सीधी चुनौती, पार्टी की हैसियत पर और नतीजों को लेकर कर डाली बड़ी भविष्यवाणी, सपाईयों में हड़कंप हमें फिर से गुलाम बनाने की तैयारी-भाजपा सासंद ने आगे कहा कि संविधान सुरक्षित नहीं रहा तो बहुजन समाज और पिछड़े सुरक्षित नहीं रहेंगे। ये हमें फिर से गुलाम बनाना चाहते हैं। ये हमारे लिए वही समय लाना चाहते हैं जब हमारे गले में हांडी, कमर में झाड़ू और घंटी बांधी जाती थी। ये वही लोग हैं जो मानते हैं कि महिला और शूद्र को अनपढ़ होना चाहिए।