आपको बता दें कि यूपी बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षाएँ मार्च के अंतिम सप्ताह में आयोजित होने वाली थीं लेकिन कोरोना की तीसरी लहर की आहट को देखते हुए यह परीक्षाएं रद्द की जा सकती हैं।
टलीं परीक्षाएं तो क्या होगा फॉर्मूला तीसरी लहर की आशंका के बीच अगर यूपी बोर्ड दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं को रद्द करता है, तो बोर्ड, छात्रों का रिजल्ट पिछले साल के फार्मूले के आधार पर तैयार कर सकता है। आपको बता दें कि 2021 की बोर्ड परीक्षाओं के रद्द होने के बाद बारहवीं के छात्रों के रिजल्ट में 50 प्रतिशत वेटेज कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा, 10 प्रतिशत वेटेज कक्षा 12 में आयोजित प्री-बोर्ड और 40 प्रतिशत वेटेज कक्षा 11की परीक्षा को दिया गया था। वहीं दसवीं के रिजल्ट के लिए कक्षा 9 के अंको को 50 प्रतिशत तथा कक्षा 10 के प्री-बोर्ड के अंको को 50 प्रतिशत वेटेज दिया गया था।
52 लाख छात्रों ने कराया है रजिस्ट्रेशन आपको बता दें कि इस बार यूपी बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाओं में शामिल होने के लिए तकरीबन 52 लाख छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। इसमें 28 लाख छात्र दसवीं में तो 24 लाख छात्र बारहवीं की परीक्षा में हिस्सा लेंगे।