स्टेडियम के लिए 95 करोड़ वाराणसी में पहला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने 95 करोड़ रुपये जारी किए हैं। इसके अलावा, काशी विश्वनाथ राजघाट पुल के लिए 500 करोड़ रुपये दिए गए हैं। वाराणसी में गंगा तट से काशी विश्वनाथ तक सड़क के लिए 77 करोड़ रुपये देने के साथ ही बनारस में पर्यटन सुविधा के लिए 100 करोड़ जारी किए गए हैं। इसके अलावा वाराणसी में संत रविदास और संत कबीर संग्रहालय भी इसी वित्तीय सत्र में बनाने की कवायद शुरू की जाएगी।
यह भी पढ़े – UP Budget 2022 Live : हर पन्ने पर है फायदे-नुकसान का जिक्र, पूरा बजट सिर्फ पत्रिका पर काशी और गोरखपुर सेफसिटी योजना में सेफ सिटी योजना के अंतर्गत महिलाओं की सुरक्षा के लिए लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, गोरखपुर, प्रयागराज के साथ ही वाराणसी में भी योजना लागू की गई है। इसके लिए साझा तौर पर 523.34 करोड़ रुपये की बजट में व्यवस्था की गई है। वाराणसी में उप्र विशेष सुरक्षा बल की भी तैनाती की जाएगी। पारम्परिक शिल्पों के समग्र विकास हेतु संचालित यूपी ओडीओपी के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिन जिलों को प्राथमिकता दी गयी है उनमें वाराणसी के अलावा पूर्वांचल में जीआइ उत्पादों वाले जिले शामिल हैं।
यह भी पढ़े – क्रिप्टो ने मचाई तबाही, 3200 निवेशकों के 2700 करोड़ डूबे, जानिए क्यों मिला झटका अखिलेश का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी में मेट्रो काशी में एक बार फिर से मेट्रो रेल चलाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके पहले 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी बनारस में मेट्रो रेल चलाने की घोषणा की थी। फिर रोपवे की कवायद शुरू हुई। और अब फिर से मेट्रो रेल के लिए बजट का प्रावधान किया गया है। वाराणसी में मेट्रो रेल के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में राइट्स कंपनी को डीपीआर बनाने का काम सौंपा गया था। कंपनी ने 29 जून 2016 को डीपीआर सौंपा था। तब 15,000 करोड़ की प्रोजेक्ट बनी थी। मेट्रोमैन श्रीधरन ने तब वाराणसी पहुंचकर उन स्थलों का निरीक्षण किया था जहां से मेट्रो रेल लाइन को गुजरना था। लेकिन धन आवंटन के लिए केंद्रीय शहरी मंत्रालय ने प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था।