सूत्रों के मुताबिक नई दिल्ली में बीजेपी मुख्यालय में आज ही वह पार्टी की सदस्यता लेंगे। पडरौना राजघराने के राजा आरपीएन सिंह के जरिए बीजेपी एक तीर से दो निशाना साधना चाह रही है। एक तरफ वो जहाँ कांग्रेस को तगड़ा चोट पहुँचाएगी वहीं माना जा रहा है कि बीजेपी उन्हें स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ चुनाव मैदान में उतार सकती है।
आरपीएन सिंह ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर लिखा कि, “आज, जब पूरा राष्ट्र गणतन्त्र दिवस का उत्सव मना रहा है, मैं अपने राजनैतिक जीवन में नया अध्याय आरंभ कर रहा हूँ। जय हिंद”
दरअसल, आरपीएन सिंह पडरौना राजघराने से आते हैं और कुशीनगर के आसपास के इलाकों में इस राजघराने की पकड़ बेहद मजबूत है। पडरौना सीट भी कुशीनगर जिले में ही है, जहां से स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव लड़ते रहे हैं। 2009 के लोकसभा चुनाव में आरपीएन सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्या को हराकर लोकसभा का चुनाव भी जीत चुके हैं। हालांकि स्वामी प्रसाद मौर्या की सीट का एलान नहीं हुआ है लेकिन सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि वो बीजेपी के इस गेम प्लान के बाद अखिलेश यादव से अपनी सीट बदलने की कोशिश कर रहे हैं व किसी और सीट से चुनाव लड़ने की जुगाड़ में हैं।
बता दें कि आरपीएन सिंह पिछड़ी जाति सैंथवार-कुर्मी से संबंध रखते हैं। पूर्वांचल में इस जाति के लोगों की संख्या अच्छी खासी मात्रा में है। खासकर कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया में इनकी तादाद ज्यादा है। आरपीएन सिंह की इन इलाकों में अच्छी पकड़ भी है यही वजह है कि उनके आने से बीजेपी को इसका फायदा मिलेगा।