पूर्व में आईजी रेंज कानपुर रहे आलोक सिंह ने यह प्रयोग कानपुर में किया था जो सफल रहा था। इसी तर्ज पर पूरे प्रदेश में व्यवस्था लागू करने की बात की जा रही थी, जिसे लेकर सभी अधिकारी सहमत नहीं थे। अधिकारियों का कहना है कि व्यवस्था ऐसी की जाए जो लंबे समय तक चल सके, केवल कागजी खानापूरी न हो। सहमति इस बात पर बन रही है कि यदि किसी महिला या लड़की को रात में या किसी भी समय घर या ऑफिस जाते समय डर लग रहा है और वह 112 नंबर पर फोन कर सहायता मांगती है तो उसे एस्कोर्ट किया जाए। यानी महिला स्कूटी से हो, अपनी गाड़ी या फिर कैब से हो तो पुलिस की गाड़ी उसके साथ घर तक जाएगी। यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू करने पर विचार किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, डीजीपी ओम प्रकाश सिंह जल्द ही इस मुद्दे पर अपने कार्यालय में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। एक सप्ताह के भीतर इस पर निर्णय ले लिया जाएगा और फिर उसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक महिलाओं को सुरक्षा मुहैया कराई जा सके।