मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ा अभियान है। ऐसे अभियानों के साथ समाज के बड़े वर्ग के जुड़ जाने से जनआन्दोलन बन जाता है। जब कोई अभियान जनआन्दोलन बन जाता है तो, वह सफलता की नई ऊंचाइयां हासिल कर लेता है। उन्होंने कहा कि चिकित्सक और मरीज के बीच एक भावनात्मक संवाद होना चाहिए। वर्तमान व्यावसायिकता के दौर में यह संवाद कम हुआ है। साधनहीन व्यक्तियों के चेहरे पर खुशहाली लाने वाले ऐसे कार्यक्रम चिकित्सक के भावनात्मक और संवेदनशील पक्ष को सामने लाते हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि राज्य सरकार इस प्रकार के किसी भी स्वयंसेवी कार्य को पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने स्माइल ट्रेन में उल्लेखनीय योगदान के लिए चिकित्सकों डाॅ0 ए0के0 सिंह के0जी0एम0यू0, डाॅ0 एस0के0 गुलाटी रीजेन्सी हाॅस्पिटल कानपुर, डाॅ0 वैभव खन्ना हेल्थ सिटी ट्राॅमा सेण्टर एण्ड सुपर स्पेशियलिटी हाॅस्पिटल लखनऊ, डाॅ0 समीर सक्सेना लीलामनी हाॅस्पिटल कानपुर, डाॅ0 आर0के0 मिश्रा सिप्स हाॅस्पिटल लखनऊ, डाॅ0 के0एस0 जायसवाल पार्वती हाॅस्पिटल प्रयागराज, डाॅ0 संजय तिवारी वात्सल्य हाॅस्पिटल प्रयागराज, डाॅ अमित अग्रवाल विवेकानन्द पाॅलिक्लिनिक एण्ड इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेज लखनऊ को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंनं स्माइल ट्रेन के माध्यम से उपचार प्राप्त करने वाले बच्चों मास्टर शौर्य, कु0 मुनमुन, कु0 अंशिका, मास्टर अयान को कप देकर प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने जन्मजात विकृत होंठ और तालू की समस्या से ग्रस्त बच्चों की देखभाल के सम्बन्ध में के0जी0एम0यू0 के डाॅ0 ए0के0 सिंह द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन भी किया।