इसके अलावा जिलों में चल रहे अस्थायी आश्रय स्थलों, आम रसोईघरों समेत दूसरे स्थानों पर व्यक्तियों को जरूरत के हिसाब से भोजन सामग्री, भोजन, फूड पैकेट का वितरण कराने के लिए 215 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। प्रदेश स्तर पर इन्टीग्रेटेड राहत कंट्रोल रूम की स्थापना की जा रही है जिसे अन्य राज्यों के कंट्रोल रूम से भी जोड़ा जा रहा है। दरअसल उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और इसे रोकने के लिए योगी सरकार हर संभव कदम उठा रही है।
चिकित्सा सामग्री और उपकरण खरीदने को 44.5 करोड़ कोरोना के इलाज और जांच के लिए प्रदेश के सभी जिलों को चिकित्सा सामग्री व उपकरण खरीदने के लिए कुल 44.5 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की गई है। इसमें से सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, झांसी, गोरखपुर, लखनऊ और वाराणसी को एक-एक करोड़ रुपये और बाकी जिलों को 50-50 लाख रुपये दिये गए हैं।
जिलों को भी बजट जारी प्रदेश के 31 जिलों के राजकीय और निजी मेडिकल कॉलेजों और चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सीय सामग्रियों और उपकरणों की खरीद के लिए कुल 29.5 करोड़ रुपये जारी किए गए हैैं। मेरठ, आगरा, कानपुर और लखनऊ में से प्रत्येक के लिए 2.5 करोड़ रुपये दिये गए हैं। झांसी, प्रयागराज व गोरखपुर के लिए दो-दो करोड़ रुपये दिये गए हैं। गौतमबुद्धनगर के लिए 1.5 करोड़ रुपये और शाहजहांपुर के लिए एक करोड़ रुपये की धनराशि दी गई है। वहीं अंबेडकरनगर, आजमगढ़, सहारनपुर, कन्नौज, जालौन, बांदा, बदायूं, अयोध्या, बस्ती, बहराइच, फीरोजाबाद, इटावा, बाराबंकी, सीतापुर, बरेली, मुजफ्फरनगर, उन्नाव, मथुरा, हापुड़, वाराणसी, मुरादाबाद और गाजियाबाद के लिए 50-50 लाख रुपये दिये गए हैं। यह धनराशि संबंधित जिलाधिकारियों को उपलब्ध करायी गई है।