पूरा घटनाक्रम महोबा के महोबकंठ थाना क्षेत्र के धवार मोड़ की है। जहाँ समाजवादी पार्टी की चार दिवसीय साइकिल यात्रा पहुंची ही थी कि सपा के चरखारी से पूर्व विधायक कप्तान सिंह राजपूत अपने समर्थकों के साथ गाडिय़ों से आ गए और साइकिल यात्रा के आगे चार पहिया वाहनों को लगा दिया। इस मामले को कुछ ही देर बाद सपा का यादव अनिल यादव जि़ंदाबाद, अनिल सतौरा जिंदबाद के नारे लगाने लगे। यह बात कप्तान सिंह राजपूत गुट को बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने अखिलेश यादव के नारे लगाए जाने की बात कही तो सपा के दोनों गुट आपस में भिड़ गए। कुछ ही देर में लाइसेंसी हथियारों से अंधाधुंध हवाई फायरिंग शुरू हो गयी। बन्दूकों से हुई हवाई फायरिंग में भगदड़ के बीच सपा के कई कार्यकर्ता घायल हो गए। बताया जाता है कि इस बीच सपा के पूर्व चरखारी विधायक कप्तान सिंह के साथ यादव गुट ने मारपीट भी की जिसके बाद सपा के दो धड़े नजर आये। महोबा में ये कोई पहला वाक्या नहीं है इससे पहले भी सपा की अंतरकलह खुल कर सामने आ चुकी है और अब की बार तो दो गुटों में हुई मारपीट चर्चा का विषय बनी है।
सपा के दो गुटों में हुई मारपीट के बाद विपक्ष जमकर सपा की खिल्ली उड़ा रहा है। महोबा सदर के बीजेपी विधायक राकेश गोस्वामी कहते हैं कि सपा के दो गुटों की भिड़ंत उनके मूल चरित्र को दर्शाती है। उन्होंने अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर कहा कि जब पुत्र ही पिता का सम्मान न करे उस दल में आपसी झगड़ा आश्चर्य की बता नहीं है। कुनबे को सम्भाल नहीं पा रहे और गठबंधन की बात करते है। सपा कोई राजनैतिक दल नहीं बल्कि एक गिरोह है। उन्होंने सपा के आपसी विवाद पर जमकर कटाक्ष किए।
सपा के दो गुटों में हुई मारपीट के बाद विपक्ष जमकर सपा की खिल्ली उड़ा रहा है। महोबा सदर के बीजेपी विधायक राकेश गोस्वामी कहते हैं कि सपा के दो गुटों की भिड़ंत उनके मूल चरित्र को दर्शाती है। उन्होंने अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर कहा कि जब पुत्र ही पिता का सम्मान न करे उस दल में आपसी झगड़ा आश्चर्य की बता नहीं है। कुनबे को सम्भाल नहीं पा रहे और गठबंधन की बात करते है। सपा कोई राजनैतिक दल नहीं बल्कि एक गिरोह है। उन्होंने सपा के आपसी विवाद पर जमकर कटाक्ष किए।