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अपनाएं ये आसान तरीका, सफलता चूमेगी आपके कदम

दरअसल जीवन में सफल होना उतना ही सरल है, जितना किसी बच्चे के लिए कोई नई स्किल सीखना।

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Jameel Ahmed Khan

Jun 24, 2018

Success

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जिंदगी यह अवसर हम सबको देती है कि हम अपने आपको आजमाएं और सफलता तक पहुंचें। लेकिन इसके बावजूद बहुत कम लोग ही सफलता हासिल कर पाते हैं। दरअसल जीवन में सफल होना उतना ही सरल है, जितना किसी बच्चे के लिए कोई नई स्किल सीखना। सफलता सरलता से आती है यानी यदि हमने कुछ जरूरी अभ्यास व तरीकों को जिंदगी में शामिल कर लिया, जिनसे हम किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं तो सफलता हमारी भी जिंदगी का अहम हिस्सा होगी।

कठोरता अपनाएं स्वयं के साथ

आसान रास्तों से सिर्फ मंजिल मिलती है, स्वयं की पहचान नहीं। यदि हमने अपने आपको आसान रास्तों पर चलने की आदत डाल दी तो यह तय है कि सफलता में सबसे बड़ी रुकावट हम खुद हैं। इसके लिए हमें सबसे ज्यादा अपनी आदतों व व्यवहार पर ध्यान देना होगा जो कि ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं। हमें कुछ ऐसी जरूरी नियम बनाने ही होंगे। जैसे- सुबह जल्दी उठने का नियम, रोज शारीरिक कसरत व ध्यान करने का नियम, रोजाना कुछ पढऩे का नियम व तय काम को तय समय सीमा में करने का नियम, समय का पाबंद रहने का नियम। ये सभी नियम छोटे जरूर प्रतीत होते हैं लेकिन अधिकांश लोग इन आदतों को अपनाने में ही विफल हो जाते हैं। आपको खुद के प्रति कठोरता बरतनी होगी।

निरतंरता रखे अपने प्रयासों में

बड़ा सोचो-छोटा करो-लगातार करते रहो, किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए यह नियम जरूरी है। हम सब लोग अपने नए काम या कुछ खास करने की बात करते हैं। उस पर काम करना शुरू भी कर देते हैं, लेकिन निरंतरता नहीं रख पाते। कारण या तो कुछ समय बाद हमारे विचार बदल जाना, अच्छे परिणाम नहीं आना, सही समय व वातावरण अनुकूल नहीं होना। दुनिया में अपनी बड़ी सोच की दिशा में लगातार काम करने वाले बहुत कम है। इसीलिए सफल और श्रेष्ठ लोगों की संख्या भी कम है।

सजगता अवसरों को पहचानने व सीखने की

दुनिया में चार तरह के लोग हैं- पहले जो गलती करने के डर से कुछ करते ही नहीं हैं। दूसरे गलतियां करते हैं पर उनसे कुछ सीखते नहीं। तीसरे गलतियां करते हैं और उनसे सीखकर सुधार करते हैं। चौथे अपनी गलतियों से सीखने के साथ-साथ दूसरों की गलतियों से भी सीखते हैं। आज के समय के अनुसार यदि हम अपने आपको इस अंतिम श्रेणी जैसा बनाते हैं तो ही सफलता तक पहुंच पाएंगे। हमें अपने प्रत्येक अनुभव को सीखने की कसौटी से गुजारना होगा यदि सीखने के लिए तैयार हैं तो हर अवसर सफलता की दिशा में एक कदम है। कुछ सवाल हैं जो हमेशा अपने आप से कर सकते हैं- इस अवसर या व्यक्ति से मैं क्या सीख सकता हूं, आज मैंने नया क्या सीखा? इस सीख को मैं कैसे काम में लूं?

सहजता रखें सभी नतीजों में

एक अच्छी शुरुआत का मतलब यह नहीं है कि आप सफल हो गए। इसी तरह एक खराब शुरुआत का मतलब भी यह नहीं है कि आप विफल हो गए। यदि हम एक छोटे बच्चे को कुछ नया करते हुए देखते हैं तो पाएंगे जब वह कोशिश करता है और परिणाम अच्छे नहीं आते या सफल नहीं होता तो वह रुकता नहीं, फिर कोशिश करता है। सफलता के साथ साथ खुश रहने के लिए सबसे जरूरी है कि हम प्रत्येक स्थिति में सहजता रखें। परिणाम कैसे भी आएं, हमें सहजता से रहना है। यदि परिणाम ठीक नहीं आएं तो सवाल करें- इसमें क्या सुधार करने की जरुरत है? क्या नया सीखकर इसको ठीक करें? क्या इसमें किसी की मदद ली जा सकती है? इससे मैंने क्या सीखा? यदि परिणाम अच्छे आएं तो भी सवाल करें- इस परिणाम से मैंने क्या सीखा? इसमें क्या सुधार हो सकता है?