काम ठप, लोग हो रहे परेशान, हड़ताल खत्म करने की नहीं हुई पहल
अभिभाषकों की घटना के बाद से ही विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसमें पुलिस की कार्यशैली को लेकर अभिभाषकों ने मोर्चा खोल रखा है। कई दिनों से चली आ रही हड़ताल के कारण समस्त न्यायालयों का काम-काज पूरी तरह ठप पड़ा है तो लोग भी यहां परेशान हो रहे है। कोर्ट परिसर में कामकाज ठप होने के कारण सन्नाटा पसरा पड़ा है। लोगों की परेशानियों के बीच हड़ताल अब धरने में बदल गई, लेकिन हड़ताल खत्म करने के लिए अभी तक पहल नहीं हुई। अभिभाषक भी अपनी मांगों पर अड़े है तो पुलिस ने भी अभिभाषकों की अब तक एक भी मांग नहीं मानी है।
इन मांगों को लेकर अड़े है वकील
अभिभाषकों की मांग है कि मामले की जांच पिपलियामंडी थाने को छोड़ अन्य जगह की पुलिस से करवाई जाए। साथ ही तत्कालीन टीआई को निलंबित किया जाए। वकील ओझा के पुत्र पर दर्ज प्रकरण पुलिस वापस ले और हमला करने वालों पर ३०७ में मामला दर्ज हो। इन्हीं मांगों को लेकर घटना के दिन व दूसरे दिन अभिभाषकों ने एसपी को ज्ञापन भी दिया, लेकिन जब मांगें नहीं मानी तो हड़ताल कर दी। अनिश्चिकालीन हड़ताल के बाद भी मांगे जस की तस है तो फिर शनिवार से धरना शुरु कर दिया। अभिभाषकों को कहना है कि जब तक मांगे नहीं मान ली जाती तब तक पीछे नहीं हटेंगे।