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मंदसौर

सालो से बिछड़े हुए थे यह और अब…

सालो से बिछड़े हुए थे यह और अब…

मंदसौरSep 09, 2018 / 02:28 pm

harinath dwivedi

patrika

सालो से बिछड़े हुए थे यह और अब…

मंदसौर.
नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला न्यायालय मंदसौर एवं तहसील न्यायालय गरोठ, भानपुरा, नारायणगढ़, सीतामऊ में किया गया। अदालत में रखे गए तीन मामलों में बिछड़े पति-पत्नी पुन: एक-दूजे के हुए। इसमें नेहा पति आजम खां निवासी होली चौक इन्द्रा कॉलोनी का विवाह आजम उर्फ गुड्डा पिता अय्युब बाबा चिश्ती निवासी कसाई मोहल्ला नागदा जंक्शन जिला उज्जैन के साथ सम्पन्न हुआ लेकिन शादी के बाद ही नेहा के साथ दहेज की मांग को लेकर मारपीट की जाती और कुछ छोटी मोती बातों को लेकर मनमुटाव हो गया था। दोनो लम्बे समय से अलग जीवन व्यतीत कर रहे थे, नेहा के पिता ने अपने अभिभाषक सैलानी एके मंसूरी एवं एआर मंसूरी से सम्पर्क किया इनके द्वारा न्यायालय में कार्रवाई की गई। विपक्षी के नोटिस तामिल होते ही दोनों पक्ष ने अभिभाषकों ने समझाया और टूटते हुए घर को फिर से बसाया। इसी तरह नजमा पिता जावेद निवासी खिलचीपुरा मंदसौर का विवाह जावेद निवासी जावरा से हुआ। चार संतान होने के बाद छोटी मोटी बातों को लेकर मनमुटाव होने से नजमा को घर से निकाल दिया था, उसके बाद नजमा के पिता की भी मृत्यु हो गई थी। नजमा ने अपने अभिभाषक एके मंसूरी, एआर मंसूरी एवं उस्मान मंसूरी से संपर्क किया इनके द्वारा न्यायालय में कार्रवाई की गई। विपक्षी के नोटिस तामिल होते ही दोनों पक्ष के अभिभाषक ने समझाया और टूटते हुए घर को फिर से बताया। एक अन्य मामले में नजमा पति आरीफ निवासी नयापुरा मंदसौर का निकाह आरीफ पिता अब्दुल हमीद निवासी रतलाम के साथ हुआ था, इनके बीच छोटी मोटी बात को लेकर मन मुटाव हो गया था। 17 साल की लडक़ी को अभिभाषक अनीश मंसूरी, सादिक हुसैन मंसूरी एवं सैलानी एके मंसूरी, एआर मंसूरी एवं उस्मान मंसूरी ने समझाया और बिछड़े हुए पति- पत्नि को मिलाया और सभी पक्ष न्यायालय से खुशी- खुशी अपने घर गए। उक्त प्रकरणों में जिला एवं सत्र न्यायाधीश तारकेश्वरसिंह, न्यायाधीश राजवर्धन गुप्ता, जगदीशचन्द्र राठौर, सुशील कुमार अग्रवाल, शबनम मंसूरी, सुशील कुमार गेहलोत सहित अन्य न्यायाधीश ने विशेष समझाईश दी और बिछड़े हुए परिवार को मिलाया। तदोपरांत दोनों पक्षकारों को खंडपीठ अधिकारी व सदस्यगण द्वारा न्यायालय परिसर से एक साथ दाम्पत्य जीवन के निर्वहन के लिए खुशी- खुशी घर भेजा गया। साथ ही लोक अदालत के माध्यम से निराकृत प्रकरणों में पक्षकारों को फलदार पौधे वितरित किए गए।


1171 प्रकरणों का हुआ निराकरण
नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ जिला मुख्यालय पर वैकल्पिक विवाद समाधान केन्द्र एडीआर भवन मंदसौर के सभाकक्ष में जिला एवं सत्र न्यायाधीश व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मंदसौर तारकेश्वर सिंह ने किया। लोक अदालत में 3866 कोर्ट में लंबित मामले निराकरण के लिए रखे गए थे जिसमें से कुल 1171 प्रकरणों का निराकरण किया गया। कुल 2872 प्रीलिटिगेशन रखे प्रकरण में से 228 प्रकरणों का निराकरण किया गया जिसमें 27 लाख 77 हजार 536 राशि की वसूली की गई। मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति दावा प्रकरण 31 निराकृत किए गए। इसमें कुल राशि 46 लाख 93 हजार रुपए का अवार्ड पारित किया गया। इस लोक अदालत में धारा 138 के अंतर्गत चैक वाउंस के प्रकरण 85 निराकृत किए गए जिसमें कुल राशि रुपए 65 लाख 27 हजार 78 का अवार्ड पारित किया गया। शुभारंभ अवसर पर पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, सेवानिवृत्त न्यायाधीश रघुवीर सिंह चुण्डावत, जिला अभिभाषक संघ के अध्यक्ष जयदेवसिंह चौहान, संघ सचिव अजय सिखवाल उपस्थित थे। संचालन मजिस्ट्रेट अनिरूद्ध जैन ने किया। आभार जिला विधिक सहायता अधिकारी योगेश बंसल ने माना।

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