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मंदसौर

‘सिंधिया परिवार ने कुर्सी की लड़ाई नहीं लड़ी, जनता की ही लड़ाई लड़ी’

सिंधिया बोले- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही नेतृत्व में राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ

मंदसौरOct 29, 2020 / 03:37 pm

Manish Gite

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मंदसौर। पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग क्षेत्रों में प्रचार कर रहे दो दिग्गज एक ही मंच पर नजर आए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया एक साथ सुवासरा सीट पर प्रचार करने आए थे। इस सीट पर हरदीप सिंह डंग चुनाव मैदान में हैं।

 

मंदसौर में सुवासरा विधानसभा सीट के लिए चंदवासा में गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रचार किया। इससे पहले दोनों दिग्गज अलग-अलग कार्यक्रमों में आने वाले थे, लेकिन पिछले कुछ दिनों से अलग-अलग प्रचार की चर्चाओं के कारण एक साथ ही कार्यक्रम तय कर लिया गया। दोनों नेताओं में अलगाव की चर्चाओं को विराम देने के लिेए साथ-साथ कार्यक्रम आयोजित किया गया था।

 

 

सिंधिया परिवार ने कभी कुर्सी की लड़ाई नहीं लड़ी

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने संबोधन में कहा कि यह चुनाव उपचुनाव नहीं हैं, आपका और हमारा एक राजनीतिक संबंध नहीं। आपका और हमारा एक हृदय का संबंध है। सिंधिया परिवार ने जब भी लड़ाई लड़ी है तो सिंधिया परिवार ने कभी भी कुर्सी की लड़ाई नहीं लड़ी, कभी लाल बत्ती की लड़ाई नहीं लड़ी। जब भी लड़ाई लड़ी है मध्यप्रदेश की जनता की लड़ाई लड़ी है। प्रदेश में एक ऐसी सरकार है जो प्रदेश के विकास के लिए संकल्पित है।

 

सिंधिया ने कहा कि 15 माह पहले मध्यप्रदेश में नया दूल्हा राजा आए थे, क्या एक बार भी दूल्हा राजा शामगढ़ या चंदवासा आए। मालूम हैं क्यों, क्योंकि 15 महिने वल्लभ भवन में बैठकर नोट इकट्ठा कर रहे थे। रेत खनन, शराब खनन के आधार पर। 15 माह में जब मैंने यह देखा, वादा खिलाफी देखी, तो इसी मंदसौर जिले में कहा था कि कांग्रेस का कहना साफ, हर किसान का दो लाख तक कर्जा माफ। पिपलिया मंडी की सभा में मुझसे भी कहलवाया था। मुझसे भी सर्टिफिकेट बनवा लिया और एक रुपया नहीं दिया खजाने से। जितना भी पैसा दिया वो शिवराज सिंहजी ने दिया।

 

सिंधिया ने चुटकी लेने के अंदाज में कहा कि मंच से 10 दिनों में किसानों का कर्ज माफ करने का वायदा किया था। मैंने इंतजार किया, लेकिन कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने किसानों के साथ वादा खिलाफी नहीं की है, उन्होंने किसानों के साथ गद्दारी की है। मुझसे कहा गया कि सड़क पर उतरों। सिंधिया परिवार को जब ललकारा जाता है तो मैं भी उतर गया सड़क पर।

 

 

 

सिंधिया ने कहा कि आपके फसल बीमा की राशि को कमलनाथजी ने अपनी तिजोरी में बंद कर दिया था। दस दिनों में शिवराजजी ने दस दिनों के भीतर उस तिजोरी को अनलाक करके आपके खाते में पहुंचाया। किसान सम्मान निधि का पैसा भी बढ़ाकर दे दिया। सिंधिया ने कहा कि भाजपा वो पार्टी है जिसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ है। और कांग्रेस में क्या नारा लगता है जय जय कमलनाथ। जो व्यक्ति अपने आप को भगवान के समान देखे, इतना अहंकार आ जाता है। तो 3 नवंबर को जनता इस अहंकार तो तोड़ देगी।

 

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सीएम बोले- कांग्रेस को वायदे याद नहीं रहते

चौहान ने कहा कि कांग्रेस को अपने वायदे ही याद नहीं है। वचन पत्र के वायदे पूरे नहीं किए। कर्ज माफी, बेरोजगारी भत्ता भूल गए। सारे वायदे वचन भूल गए, सिर्फ मुझे और सिंधियाजी को गालियां दे रहे हैं। चौहान ने कमलनाथ को उद्योगपति बताते हुए कहा कि मुझे नालायक कहते हैं, क्या यही कांग्रेस का मुद्दा है। वे कहते हैं कि मैं नारियल लेकर चलता हूं, तो विकास के कार्य करूंगा तो नारियल तो फोड़ूंगा ही।

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