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रुपया और सोना में कनेक्शन
पहले यह बात समझना काफी जरूरी है कि आखिर रुपया और सोना आपस में कैसे जुड़े हुए हैं। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट कमोडिटी एंड रिसर्च अनुज गुप्ता ने बताया कि रुपया के कमजोर होने और मजबूत होने का असर सीधा असर सोने की कीमतों पर देखने को मिलता है। वास्तव में डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होता है या यूं कहें कि जब डॉलर की वैल्यू में इजाफा होता है तो भारत को सोना खरीदने के लिए ज्यादा डॉलर खर्च करने होते हैं। अनुज गुप्ता बताते हैं कि देश में 90 फीसदी सोना इंपोर्ट किया जाता है। ऐसे डॉलर की वैल्यू बढऩे और रुपए की वैल्यू कम होने से सरकार का इंपोर्ट बिल बढ़ जाता है और कीमतों में इजाफा हो जाता है। वहीं जब रुपया मजबूत और डॉलर कमजोर होता है तो देश में सोने के दाम कम हो जाते हैं।
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शुक्रवार को देखने को मिली थी तेजी
अगर बात शुक्रवार की करें तो सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सोने के दाम में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला था। वहीं रुपए में ऐतिहासिक गिरावट देखने को मिली थी। रुपए की बात पहले करें तो शुक्रवार को कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले करीब 97 पैसे तक गिर गया। जिसके बाद डॉलर की वैल्यू रिकॉर्ड स्तर 76.77 पर पहुंच गई। भारत में डॉलर का अब तक का सबसे बड़ा लेवल है। वहीं उसके मुकाबले में गवायदा कारोबार में सोने की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली थी। शुक्रवार को सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सोना 5 जून अनुबंध 480 रुपए प्रति दस ग्राम की तेजी के साथ 43720 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया था। 5 अगस्त अनुबंध में 495 रुपए प्रति दस ग्राम की तेजी देखने को मिली थी।
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मंदी में भी निवेशकों का बड़ा सहारा है गोल्ड
वहीं बात आर्थिक मंदी की करें तो यहां भी निवेशकों का सबसे पसंदीदा इंवेस्टमेंट प्रोडक्ट बन जाता है। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार आर्थिक मंदी के दौरान इक्विटी मार्केट में कमजोरी देखने को मिलती है। जिस तरह की कमजोरी 2008 में देखने को मिली। वही कमजोरी मौजूदा समय में भी देखने को मिल रही है। निवेशकों को इक्विटी मार्केट में नुकसान हो रहा है, जिसकी वजह से निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ रहा है। इस दौरान सोने की डिमांड बढऩे की वजह से कीमतों में तेजी देखने को मिलती है। उम्मीद की जा रही है इस मंदी में सोने में बड़ी तेजी देखने को मिल सकती है।
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रुपया तोड़ेगा सोने की कीमतों का रिकॉर्ड
रुपया और मौजूदा मंदी का सोने की कीमतों में जबरदस्त इजाफा कर सकती है। जानकारों की मानें तो वायदा बाजार में सोना अगले कुछ हफ्तों में 45 हजार के पार कर सकता है। इसका कारण यह है कि विदेशी बाजारों में सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। वहीं दूसरी ओर डॉलर के मुकाबले रुपया लगातार नीचे की ओर जा रहा है। वहीं आर्थिक मंदी की वजह से देश में निवेशकों का रुख सोने की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में सोना का रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचना आसान दिखाई दे रहा है।