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थोक भाव में लगातार इजाफा
आजादपुर कृषि उपज विपणन समिति(एपीएमसी) के चेयरमैन आदिल अहमद खान ने बताया कि बरसात के सीजन में आवक कम होने से ज्यादातर हरी सब्जियों की कीमतों में बीते एक महीने में वृद्धि दर्ज की गई है। खान के मुताबिक, डीजल की महंगाई के चलते भी सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा, “सब्जी कारोबारी बताते हैं कि डीजल महंगा होने से सब्जियों की ढुलाई का खर्च बढ़ गया है।”
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आजादपुर मंडी में एक महीने में बदल गए सब्जियों के थोक भाव
सब्जियां | जून के औसत दाम (रुपए प्रति किलो में) | जुलाई के औसत दाम (रुपए प्रति किलो में) |
आलू | 15.25 | 16.15 |
गोभी | 14.75 | 36 |
टमाटर | 2.75 | 29 |
लौकी/घिया | 10 | 12 |
भिंडी | 14 | 16.50 |
खीरा | 11 | 12.75 |
कद्दू | 12 | 12 |
बैगन | 15.75 | 15 |
शिमला मिर्च | 10.25 | 16.50 |
तोरई | 10.50 | 10 |
प्याज | 6 | 9.50 |
सब्जी के खुदरा दाम ऊंचे
खुदरा सब्जी विक्रेता अशोक महतो को अपने खेतों से दुकानों तक सब्जी लाने में ढुलाई का कोई खर्च वहन नहीं करना पड़ता है, लेकिन वह भी पहले के मुकाबले अब ऊंचे दाम पर सब्जी बेचता है। अशोक महतो ने अपनी दुकान से महज एक किलोमीटर की दूरी पर कुछ बिगहे जमीन पट्टा पर लेकर उसमें बैगन, लौकी, करेला, भिंडी, खीरा आदि सब्जियों की खेती की है। अशोक महतो ने बताया कि बरसात का सीजन शुरू होने पर आमतौर पर फसल खराब होने लगती है, जिससे उपज कम होती है। यही कारण है कि सब्जियों की कीमतें बढ़ रही है।
दिल्ली-एनसीआर में एक महीने में कितनी महंगी हुई सब्जियां
सब्जियां | जून के पहले हफ्ते में खुदरा दाम (रुपए प्रति किलो में) | जुलाई के पहले हफ्ते में खुदरा दाम (रुपए प्रति किलो में) |
आलू | 20-25 | 30-35 |
गोभी | 30-40 | 60-80 |
टमाटर | 20-30 | 60-80 |
प्याज | 20-25 | 25-30 |
लौकी/घिया | 20 | 30 |
भिंडी | 20 | 30-40 |
खीरा | 20 | 50 |
कद्दू | 10-15 | 20-30 |
बैगन | 20 | 40 |
शिमला मिर्च | 60 | 80 |
तोरई | 20 | 40 |
कैरला | 15 | 20 |