मामला थाना राया क्षेत्र का है। गांव नागल निवासी सुंदर सिंह (60 ) को दबंग पड़ोसी परेशान कर रहा था। पीड़ित सुंदर ने कई बार इसकी शिकायत थाना राया पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने नहीं सुनी। शनिवार को पड़ोसी महिला उसे दुष्कर्म के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर गई इससे वह और परेशान हो गया। वह समाधाना दिवस में अधिकारियों से अपना दुखड़ा रोने निकला लेकिन रास्ते में ही सुंदर सिंह ने जहर खा लिया। जब वह राया थाना में आयोजित समाधान दिवस पहुंचा तो वहां उसकी हालत बिगड़ गई। पुलिस ने आनन-फानन में उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा, जहां से उसे नयति में रेफर कर दिया गया। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
वर्जन एसपी क्राइम राधेश्याम राय ने बताया कि पीड़ित समाधान दिवस में विशाक्त पदार्थ खाकर पहुंचा था। परिजन पड़ोसी पर आरोप लगा रहे हैं। जांच की जा रही है।
बता दें कि अभी एक महीना भी नहीं बीता है, सुरीर कोतवाली में पीड़ित दंपति ने पुलिस पर सुनवाई न करने का आरोप लगा कर खुद को आग के हवाले कर दिया था, जिन्हें दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान दंपती की मौत हो गई थी। अब एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली से एक और पीड़ित की जान चली गई है।