ये है मामला जानकारी के मुताबिक जनपद के थाना मगोर्रा क्षेत्र के कस्बा सौंख निवासी हरेश के एक रिश्तेदार देवी निवासी गांव सरसोना थाना बैर जिला भरतपुर की शादी के लिए इस गिरोह के सदस्यों ने लडक़ी दिखाई और सब कुछ तय होने के बाद खुशी राणा के साथ देवी की शादी 22 जून 2019 को कस्बे के ही सीताराम मंदिर में करा दी। इसके एवज में लड़की पक्ष ने नकद ढाई लाख रुपए लिए लेकिन शादी के बाद अगले ही दिन दुल्हन सारे आभूषण और नकदी लेकर फरार हो गई। जिस पर परिजनों ने थाना मगोर्रा में मुकदमा दर्ज कराया।
एसएसपी शलभ माथुर ने बताया कि यही गिरोह मथुरा में किसी की शादी कराने के लिए मथुरा आ रहा था तभी मुखबिर की सूचना पर थाना मगोर्रा पुलिस और स्वाट टीम ने गिरोह के 7 सदस्यों को अरेस्ट कर लिया। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में पकड़े गए लोगों ने अपने नाम लाखन निवासी हसैला नगला बंजारा अछनेरा आगरा, रामवीर निवासी मधुवन थाना डीग जिला भरतपुर, जयप्रकाश उर्फ रामनिवास निवासी गांव नवीपुर थाना कोसीकलां मथुरा, गिर्राज, श्रीमती मीरा पत्नी सुकेश कुमार निवासीगण नंदनवन कॉलोनी हाथरस, श्रीमती ऊषा पत्नी बलवीर निवासी मोहल्ला ककरऊ कोठी थाना दक्षिण फिरोजाबाद और खुशी राणा पुत्री गुल्लू निवासी बुद्ध विहार करनाल रोड वजीराबाद नई दिल्ली बताया है।
एसएसपी ने बताया कि यह गिरोह संगठित तरीके से काम कर रहा था और पहले ऐसे युवकों की तलाश करता था जिनकी शादी नहीं हो रही हो। लड़की पसंद कराने के बाद ये लोग शादी के लिए लड़के के घरवालों से ढाई से तीन लाख रुपए लेते और शादी के बाद पूर्व नियोजित तरीके से दुल्हन सारे जेवरात और नकदी लेकर ससुराल से भाग जाती थी। एसएसपी ने बताया कि अभी तक दो घटनाओं को अंजाम देने की बात पकड़े गए लोगों ने स्वीकारी है। इस गिरोह के साथ और कितने लोग जुड़े हैं और कितनी घटनाओं को अंजाम दिया है पुलिस पूछताछ और इनकी कॉल डिटेल खंगाल रही है।