scriptअक्षय तृतीया 2018: पूजा के हैं तीन मुहूर्त, इस सदी में पहली बार पड़ रहा ऐसा योग | Akshay Tritiya 2018 First Time In Century Three Muhurt For Pooja | Patrika News
मेरठ

अक्षय तृतीया 2018: पूजा के हैं तीन मुहूर्त, इस सदी में पहली बार पड़ रहा ऐसा योग

18 अप्रैल को पड़ने वाली अक्षय तृतीया के दिन पूजा के लिए अमृत, शाशु और लाभ योग पड़ रहे हैं

मेरठApr 17, 2018 / 09:58 am

sharad asthana

akshay tritiya
मेरठ। इस वर्ष अक्षय तृतीया 18 अप्रैल यानी बुधवार को प्रातः 5 बजकर 56 मिनट के तुरंत बाद कृतिका नक्षत्र, आयुष्मान योग और तैलिकरण में प्रारंभ हो जाएगी, जो पूरे दिन और रात रहेगी। इस दिन किए गए कार्य पूर्ण होंगे। इस प्रकार का योग सदी में पहली बार पड़ रहा है। इसके बाद यानी 19 अप्रैल गुरुवार में विनायक गणेश चतुर्थी प्रारंभ हो जाएगी।
यह भी पढ़ें

अक्षय तृतीया 2018: भूलकर भी न करें ये छह ग‍लतियां, नहीं तो मां लक्ष्‍मी हो जाएंगी नाराज

रवि योग के साथ सर्वार्थसिद्धि योग भी

पंडित भारत ज्ञान भूषण के अनुसार, अक्षय तृतीया के दिन प्रातः चंद्रमा अपनी उच्च वृषभ राशि में होगा और इस दिन रवि योग के साथ-साथ सर्वार्थ सिद्ध योग भी है। इस वर्ष सूर्योदनी अक्षय तृतीया प्रातः लगभग 5.56 बजे से प्रारंभ हो जाएगी। पूर्ण प्रभावी रूप से शाम 6.44 बजे तक रहेगी। भद्रा मुक्त तिथि में पूरा दिन पूजन, दान आदि के लिए श्रेष्ठ रहेगा। बुधवारीय अक्षय तृतीया बुद्धि, विवेक व जीवन में सफलता को शीघ्र दिलवाने वाली होती है।
यह भी पढ़ें

शनिवार को भी क्यों करते हैं

हनुमान जी की पूजा, कैसे मिलता है फल

दान, हवन, पूजन के लिए विशेष समय

अक्षय तृतीया के दिन पूजा के लिए तीन योग हैं, जिनमें से पहला अमृत योग प्रातः 6 बजे से प्रातः 7.30 तक रहेगा। इसमें पूजा करने से धन लाभ के साथ जीवन में समृद्धि आएगी। दूसरा है शाशु योग, जो प्रात: 10.30 से दोपहर 12 बजे तक रहेगा। इस योग में पूजा करके कोई सोने या धातु का सामान खरीदकर अपनी तिजोरी में रखे तो मनवांछित मनोकामना पूरी होगी। तीसरा है लाभ योग, जो शाम को 4.30 बजे से सांय 6 बजे तक रहेगा। इस योग में व्यापारियों काे पूजा-पाठ करने से उनके कारोबार में वृद्धि होगी।
यह भी पढ़ें

अक्षय तृतीया 2018: इन उपायों से कर सकते हैं मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न

विवाह व गृहप्रवेश के लिए फलदायी है अक्षय तृतीया

पंडित भारत ज्ञान भूषण के अनुसार, वैशाख शुक्ल तृतीया अबूझ मुहूर्त के रूप में सभी शुभ कार्यों के लिए अक्षय फलदायी होती है। इसमें विवाह, गृह प्रवेश कोई भी नवीन निर्माण अथवा कोई भी कार्य का प्रारंभ करना वास्तव में शुभ माना जाता है।
यह भी पढ़ें

अखंड सुहाग के लिए अक्षय तृतीया पर करें इस

चीज का दान, इन सात तरह के दान से मिलेगी अकूत संपत्ति

इन चीजों का करें दान

अक्षय तृतीया पर जल से भरा कलश, पंखे, जूते, चप्पल, खड़ाऊ, छाता, चावल, नमक, घी, चीनी, साग, इमली, फल और वस्त्र का दान शुभ फल प्राप्त करने में विशेष पुण्यकारी होता है। अक्षय तृतीया पर सात प्रकार के अन्न (सतनाज) मिट्टी के सात पात्रों में रखकर की जाने वाली गौर-पार्वती की पूजा से सुख समृद्धि आती है।

Home / Meerut / अक्षय तृतीया 2018: पूजा के हैं तीन मुहूर्त, इस सदी में पहली बार पड़ रहा ऐसा योग

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो