यह भी पढ़ें- डेढ़ साल के बच्चे की मां बनकर लौटी 13 वर्षीय लड़की, अब अदालत में फंसा ये पेंच, जानिये क्या है पूरा मामला इस्लामाबाद गली-5 निवासी जुनैद पुत्र रमजानी का पावरलूम का काम करता है। लॉकडाउन के दौरान उसको कारोबार में घाटा हुआ, जिससे जुनैद लाखों की कर्जदारी में डूब गया। इससे वह परेशान रहने लगा और मानसिक रूप से बीमार हो गया। काफी समय से उसका डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। इस बीच, ईद के दिन बुधवार दोपहर करीब एक बजे जुनैद की पत्नी रेशमा से लड़ाई हो गई। जुनैद ने चाकू से पत्नी पर हमला कर दिया। रेशमा लहूलुहान हालत में मकान के नीचे वाली मंजिल पर अपने जेठ हसनैन के यहां पहुंची और पूरा मामला बताया। परिजन पहुंचे तो देखा कि जुनैद ने नौ साल की बेटी जनरेल पर भी हमला कर दिया है और खुद पर भी चाकू से आधा दर्जन वार कर लिए हैं। तीनों को तुरंत ही निजी अस्पताल में भर्ती कराया। शाम को बेटी जनरेल की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस को अस्पताल प्रशासन की ओर से सूचना दी गई। दूसरी ओर जुनैद की हालत बिगड़ी तो उसे भी दूसरे अस्पताल शिफ्ट किया गया।
पुलिस सूचना के बाद अस्पताल पहुंची तो पता चला कि बच्चे की लाश को परिजन अपने घर ले गए। पुलिस टीम इस्लामाबाद पहुंची और जनरेल की लाश को कब्जे में लिया। सीओ कोतवाली अरविंद चौरसिया भी मौके पर पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं, परिजन कहते रहे कि उन्हें कोई कार्रवाई नहीं करानी है, क्योंकि जुनैद मानसिक रूप से बीमार है।