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हाथरस के बाद अब बलरामपुर में दलित छात्रा संग हैवानियत, कमर और दोनों पैर तोड़ने का आरोप, घर पहुंचते ही मौत मार्च का नेतृत्व किसी एक युवा के हाथ में नहीं था। इसमें सभी लोग शामिल थे। बच्चा पार्क पर हुई सभा को संबोधित करते हुए युवाओं ने बर्बर घटना की घोर निन्दा करते कहा कि योगी सरकार में महिलाओं और बच्चियों पर जुल्म हो रहे हैं। सरकार का दावा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था बिल्कुल दुरुस्त है। जबकि यूपी जंगलराज का पर्याय बन चुका है। यहां अपराधी बेखौफ हैं, उन्हें राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है। हाथरस के मामले में भी वहां के पुलिस अधिकारी मीडिया के सामने बयान दे रहे हैं कि युवती के साथ बलात्कार नहीं हुआ था जो बेहद शर्मनाक है।
इसमें मेरठ कॉलेज मेरठ के वरिष्ठ छात्र नेता अनुज जावला, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय आदित्य पवार, विजय सिंह राणा के अलावा अन्य युवा मौजूद थे। इसके अलावा महानगर में अन्य कई जगहों पर भी इस तरह के कैंडल मार्च निकाले गए, जिसमें हाथरस में हुई घटना के खिलाफ लोगों ने आक्रोश जताया।