नर्सिंग की छात्रा को डॉक्टर बनाने की बात कहकर झोलाछाप डॉक्टर ने क्लिनिक में अकेले में बुलाया और फिर… यूपी के मेरठ मेडिकल अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस पर सोमवार दोपहर उस समय हड़कंप मच गया, जब वीरपाल नाम के व्यक्ति का शव गायब होने का शोर मच गया। वीरपाल के परिजनों ने हंगामा किया तो पुलिस और डॉक्टरों के हाथ पैर फूल गए। छानबीन शुरू हुई तो पता चला कि वीरपाल के साथ ही सरूरपुर से आए भूपेश नाम के व्यक्ति का भी पोस्टमार्टम हुआ था। भूपेश के परिजन वीरपाल का शव ले गए। इस लापरवाही पर परिजनों ने बखेड़ा कर दिया। करीब तीन घंटे बाद वीरपाल का शव वापस पहुंचने पर मामला शांत हुआ।
एकतरफा प्यार में युवक ने चाकू से किए ताबड़तोड़ वार, तड़पने लगी युवती तो फिर किया ऐसा काम कि देखने वालों की कांप गई रूह दरअसल, खरखौदा थाना क्षेत्र के खड़खड़ी गांव में रविवार रात वीरपाल नामक व्यक्ति की उसके नबालिग भतीजे ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उसकी हत्या के बाद उसका शव पोस्टमार्टम के लिए पुलिस ने मेेडिकल काॅलेज भेज दिया था। सोमवार को दोपहर बाद शव पोस्टमार्टम हाउस पहुंचा। पोस्टमार्टम हाउस पर उस समय हडकंप मच गया। जब वीरपाल के परिजनों को वहां पहुंचने पर उसका शव नहीं मिला। परिजनों ने कर्मचारियों पर शव गायब करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा खड़ा कर दिया। इसकी जानकारी थाना पुलिस को दी गई तो थाना पुलिस में भी हड़कंप मच गया। पोस्टमार्टम हाउस में ऐसी घटना इतिहास में पहली बार घटी थी, जिसके चलते पोस्टमार्टम हाउस में काम करने वाले चिकिसक और अन्य स्टाफ के अलावा वहां पर मौजूद पुलिसकर्मी भी हैरान थे। कई घंटे बाद में पता चला कि सोमवार को ही अमरोहा में एक्सीडेंट में एक मौत हो गई थी। गलतफहमी में अमरोहा के लोग वीरपाल के शव को अपना समझकर अपने साथ ले गए। मामला संज्ञान में आने पर अमरोहा के लोग वीरपाल के शव को वापस लेकर मेरठ पहुंचे और वीरपाल का शव उसके परिजनों के सुपुर्द किया। इसके बाद अमरोहा निवासी पीड़ित अपने परिजन का शव लेकर रवाना हो गए। वहीं वीरपाल के शव का भी उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। बताते चलें रविवार रात वीरपाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपी के भतीजे के खिलाफ मामला दर्ज किया है।