घर से निकलते ही अधिवक्ता की गोलियों से भूनकर हत्या, पुलिस महकमे में हड़कंप
पिछले काफी दिनों से एसटीएफ की मेरठ यूनिट इस गिरोह के पीछे लगी हुई थी। पुख्ता जानकारी होने पर ही एसटीएफ थाना नौचंदी क्षेत्र के किदवई नगर में छापा मारकर इस गिरोह के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधियों के पास से भारी संख्या में तमंचे, पिस्टल व रिवॉल्वर बरामद हुए हैं। एसटीएफ पकड़े गए गए दोनों तस्करों से पूछताछ करने में जुटी है। एसटीएफ का कहना है कि यह गिरोह ऑन डिमांड अवैध हथियार सप्लाई करता था।प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं को 50 लाख का नोटिस जारी करते ही बैकफुट पर आया पुलिस प्रशासन
सीओ एसटीएफ बृजेश सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से एक रहीस मुल्ला पुत्र इब्राहिम किदवई नगर ऊंचा पीर थाना लिसाड़ी गेट का रहने वाला है और दूसरा शमसाद पुत्र इश्तियाक सराय बहलीम सब्जी वाली गली थाना कोतवाली का रहने वाला है। आरोपियों से तीन पिस्टल .32 बोर 2 रिवॉल्वर .32 बोर, 17 तमंचे .315 बोर एक तमंचा .12 बोर एक तमंचा .32 बोर बरामद हुए हैं। सीओ का कहना है कि दोनों आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि तमंचे को तीन हजार में और पिस्टल को 20 हजार बेचते थे। इस गिरोह में कुछ अन्य युवक भी हैं जिनकी तलाश की जा रही है। पकड़े गए दोनों आरोपियों पर अलग-अलग स्थानों पर 10 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।एसपी सिटी डाक्टर एएन सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपीएडवांस रकम और आर्डर मिलने पर ही मौत का सामान तैयार करते थे। गिरोह के लोग एनसीआर और दूसरे अन्य जिलों में फैले हुए हैं। जो वाट्सऐप ( WhatsApp ) पर ऑर्डर लेकर माल तैयार करने के लिए मैसेज भेजा करते थे। इसके बाद मेरठ में बैठे कारीगर सामान तैयार करते थे ।
आरोपियों ने बताया कि वे लोग रात में मौत का सामान बनाने का काम करते थे जबकि दिन में वे आराम करते थे। रात में काम करने से किसी को उनके ऊपर कोई शक भी नहीं होता था। दोनों ने पूछताछ में बताया कि माल की डिलीवरी ( delivery ) भी रात में ही की जाती थी जिससे किसी को उनके ऊपर किसी प्रकार का कोई शक नहीं होता था।