दरअसल, भूसा मंडी के बवाल में आरोपी शराब माफिया इश्तियाक और अब्बास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की मानें तो इन्हीं दोनों ने पहले झुग्गियों को आग के हवाले किया और इसके बाद लोगों को बवाल के लिए भड़काया। पुलिस का कहना है कि दोनों भी झुग्गियों से ही अपना नशे का अवैध कारोबार चलाते हैं। जिस समय अतिक्रमण हटाने के लिए टीम पहुंची उस दौरान झुग्गियों में अवैध रूप से भारी मात्रा में शराब और नशीला पदार्थ आदि मौजूद था। उसी को बचाने के लिए दोनों आरोपियों ने पहले झुग्गियों में आग लगाई फिर इसके बाद हिंसा फैलाई। जिससे कि उनके काले कारोबार पर किसी की नजर नहीं पडे़। आरोपियों से उनके साथियों के बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
वहीं पुलिस गिरफ्त में दोनों आरोपियों ने हिंसा करने वाले सैकड़ों लोगों को फोटो और वीडियो में पहचाना है। पकडे़ गए दोनों बवालियों के अलावा अन्य लोगों की क्या भूमिका रही। इसकी भी जांच की जा रही है। मछेरान हिंसा मामले में इन दोनों की गिरफ्तारी से पहले पुलिस मात्र एक आरोपी नदीम को ही जेल भेज पाई थी।
बताते चलें कि बीते बुधवार को थाना सदर बाजार के भूसा मंडी में अवैध निर्माण को हटाने गई पुलिस और कैंट बोर्ड की टीम को विरोध का सामना करना पड़ा था। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर हमला किया और इसके बाद वहां पर अवैध रूप से बनी करीब 200 झुग्गियों को आग के हवाले कर दिया था। इतना ही नहीं दिल्ली रोड पर सैकड़ों वाहनों को हिंसा ग्रस्त भीड़ ने अपना निशाना बनाया था।
दंगा भड़काने के उद्देश्य से बवालियों ने धार्मिक स्थल पर आगजनी का प्रयास किया था। शनिवार को सदर बाजार पुलिस ने बवाल के आरोपियों शराब माफिया इश्तियाक और अब्बास निवासी भूसा मंडी को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दंगाइयों को पकड़ने के लिए पुलिस ने छह टीमों का गठन किया हैं वहीं करीब दो दर्जन दंगाइयों के ऊपर 25 हजार रूपये का इनाम भी रखा गया है। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि जो दो लोग पकड़े गए हैं उन्होंने स्वीकार किया है कि वह अवैध शराब और नशीले पदार्थों की स्पलाई करते थे। दोनों आरोपियों से और भी जानकारी प्राप्त हुई हैं जिनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।