यह भी पढ़ें- PM मोदी बोले-आतंक को पाल रहे पाकिस्तान में भारत से युद्ध लड़ने की नहीं है क्षमता जलसे के दौरान जमीयत उलेमा उत्तर प्रदेश के सेक्रेटरी मौलाना सैय्यद अजहर मदनी ने कहा कि इस्लाम हिंसा की इजाजत नहीं देता है। उन्होंने कहा कि कुरान शरीफ में साफ-साफ लिखा है, जिस देश में रहते हो उस देश की वफादारी करो। वहीं मौलाना जमील ने कहा कि आज के युग में युवा वर्ग नशे की लत में पड़ चुका है। हम सब लोगों को नशा करने और नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ एकजुट होना होगा। उन्होंने मुस्लिम समाज के लोगों से अपने बच्चों को दीनी तालीम के साथ हीं दुनियावी तालीम भी हासिल करने की अपील की। इस दौरान मौलाना सैयद बदरुल हुदा व मौलाना मजहर ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब के बताए गए रास्ते पर चलकर ही मुसलमान कामयाबी को हासिल कर सकता है।
यह भी पढ़ें- ट्रेन के महिला कोच में अचानक महिला लगी चीखने, फिर सबने बांटी मिठाई, जानिए क्यों मौलाना सैय्यद मजहर ने पुलवामा हमले को दुखद घटना बताते हुए कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का दूसरा नाम है। पाकिस्तान पर सख्त से सख्त कार्रवाई देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करनी चाहिए। हिंदुस्तान का बच्चा-बच्चा अपने देश पर जान न्यौछावर करने से पीछे नहीं हटेगा। जलसे में मौलाना सैय्यद अजहर मदनी के द्वारा देश में अमनों-अमान की दुआ कराई गई। जलसे की सदारत मौलाना सैय्यद अजहर मदनी व निजामत मौलाना नदीम अख्तर राही के द्वारा की गई। जलसे में पूर्व सूचना आयुक्त हाफिज उस्मान मौलाना सालिम मुरादाबाद, मौलाना नदीम अख्तर राही, मौलाना शमसुद्दीन चतुर्वेदी, मौलाना वकील, मौलाना जमील, पूर्व विधायक मौलाना कय्यूम सैयद मंसूर, मौलाना फुजैल कारी गुलफाम कारी, अमीर मोहम्मद रिजवान, दिलशाद पहलवान गुलजार अंसारी समेत सैकड़ों लोग मौजूद रहे।