scriptमुस्लिम धर्मगुरु बोले-  ‘आ चल मिटा दें स्याही दिलों की, तू मेरी ईद मना मैं तेरी दीवाली मनाऊ’ | Muslim cleric Zeeshan Khan gave message of communal harmony | Patrika News
मेरठ

मुस्लिम धर्मगुरु बोले-  ‘आ चल मिटा दें स्याही दिलों की, तू मेरी ईद मना मैं तेरी दीवाली मनाऊ’

Highlights
– मुस्लिम धर्मगुरु बोले- कुरान-गीता देती हैं भाईचारे का संदेश- कहा- इंडोनेशिया की तर्ज पर देश में इस्लाम को समझें मुस्लिम- पैगम्बर ने दिया अमन और भाईचारे का संदेश

मेरठDec 02, 2020 / 04:22 pm

lokesh verma

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मेरठ. कुरान-गीता दोनों की ग्रंथ भाईचारे का संदेश देते हैं। मुल्क की तहजीब गंगा-जमुनी है। कुछ कटटरपंथी अपनी रोटियां सेक रहे हैं। हमको अपने मुल्क को एक मिसाल बनाना है। कुरान में इकरा के माने पढ़े हैं। इसी तरह से गीता में भी विद्या से बड़ा कोई धर्म नहीं है। लगी है दिलों में जो स्याही आज चल उसे मिटा दें। तू मेरी ईंद मना मैं तेरी दीवाली मनाऊ।यह बात मुस्लिम धर्मगुरु जीशान खान सर सैयद मेमोरियल कमेटी के वाइस प्रेसीडेंट ने कही है।
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यूपी स्टेट हज कमेटी के पूर्व सदस्य जीशान खान ने कहा कि हिंदुस्तान के टूटते ताने-बाने को बचाने के लिए हम सबको आगे आना होगा। हमे अपने मुल्क की तरक्की के लिए सबसे पहले आगे आना होगा। अपने बच्चों को तालीम देने के लिए पहल करनी होगी। बच्चों को तालीम देने से ही मुल्क की तरक्की होगी। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया की तर्ज पर देश में रह रहे मुस्लिमों को इस्लाम समझना होगा। तभी देश में अमनो-अमन कायम रह सकेगा।
जीशान खान ने कहा कि आज देखने में आ रहा है कि कुछ लोग और फिरकापरस्त ताकतें देश के भाईचारे को तोड़ने की जीतोड़ कोशिश में लगी हैं। यूपी में घटी कुछ घटनाएं इसका उदाहरण हैं। इन घटनाओं में चाहे हाथरस कांड रहा हो या फिर सीएए बिल के दौरान हुई हिंसा। इन सभी घटनाओं के पीछे मौकापरस्त ताकते हैं, जो कि देश और प्रदेश में शांति की विरोधी हैं। इसके लिए हम सभी को कंधे से कंधा मिलाकर आगे आना होगा। तभी हम अपने प्रदेश और देश में शांति स्थापित कर पाएंगे। लगी है दिलों में जो स्याही आज चल उसे मिटा दें। तू मेरी ईंद मना मैं तेरी दीवाली मनाऊ।
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