यह भी पढ़ें- जिंदगी की जंग हार गया मासूम, 30 फीट गहरे बोरवेल में फंसे मासूम को एसडीआरएफ ने निकाला बता दें कि पखवाड़े पूर्व परतापुर में दिलदहला देने वाली घटना हुई। एक नवजात बिटिया को सीमेंट की दो बोरियों में बांधकर सड़क किनारे फेंक दिया गया। पुलिस ने बिटिया को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। चाइल्डलाइन टीम भी अस्पताल पहुंची थी। बच्ची का उपचार कराया गया, जिसके बाद वह स्वस्थ हो गई। अब बच्ची को बुधवार को बाल कल्याण समिति के आदेश पर चाइल्डलाइन के सुपुर्द कर दिया गया है। चाइल्डलाइन की अनीता राणा ने बताया कि बच्ची को अब गोद देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
उन्होंने बताया कि बच्ची को रामपुर और मुजफ्फरनगर के शिशु गृह में रखने के लिए पूछा गया था। रामपुर में जगह खाली नहीं थी। वहीं, मुजफ्फरनगर के शिशु गृह में बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकती है। इसलिए बिटिया को बदायूं शिशु गृह भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बच्ची को तीन दिन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। अनीता राणा ने बताया कि बच्ची का गुरुवार को नामकरण किया गया। बच्ची को अर्पणा नाम दिया गया है।